शेयर बाजार में कोहराम, सेंसेक्स 1500 अंक टूटा, निफ्टी में 450 अकों की गिरावट
कोरोना के कहर से शेयर बाजार में शुक्रवार को कोहराम मच गया। भारी बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स 1,500 अंकों से ज्यादा टूटकर 38,219 पर आ गया। वहीं निफ्टी भी 450 अंक से ज्यादा लुढ़का। बंबई स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स दोहपर बाद 15.25 बजे पिछले सत्र के मुकाबले 1,400.24 अंकों यानी 3.52 फीसदी की गिरावट के साथ 38,345.42 पर कारोबार कर रहा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र के मुकाबले 426.85 अंकों यानी 3.67 फीसदी की गिरावट के साथ 11,206.45 पर बना हुआ था।
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1 अप्रैल से बढ़ जाएंगी पेट्रोल, डीजल की कीमतें, पंपों में बिकेगा बीएस-6 ईंधन
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कपंनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने शुक्रवार को कहा कि वह कम कार्बन उत्सर्जन वाले बीएस-6 मानकों के अनुकूल ईंधन की आपूर्ति एक अप्रैल से करने को तैयार है। इससे ईंधन के खुदरा कीमतों में मामूली बढ़ोतरी होगी।
आईओसी के चेयरमैन संजीव सिंह ने मुंबई में संवाददाताओं को बताया कि देश की सबसे बड़ी तेल आपूर्तिकर्ता कंपनी ने कम सल्फर वाले डीजल और पेट्रोल के उत्पादन को लेकर अपनी रिफाइनरी को उन्नत बनाने को लेकर 17,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
कीमतों में कितनी वृद्धि हुई, इस बारे में सिंह ने कहा, "एक अप्रैल से ईंधन के खुदरा दाम बढ़ेंगे जरूर लेकिन यह वृद्धि मामूली होगी। एक अप्रैल से देशभर में नए ईंधन की बिक्री शुरू होगी जिसमें सल्फर की मात्रा केवल 10 पीपीएम (पार्ट पर मिलियिन) होगी, जो अभी 50 पीपीएम है।"
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भारत की जीडीपी विकास दर तीसरी तिमाही में बढ़कर 4.7 फीसदी हुई
भारत की आर्थिक विकास दर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बढ़कर 4.7 फीसदी हो गई। इससे पहले दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर 4.5 फीसदी दर्ज की गई थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी वृद्धि दर पिछली तिमाही से बढ़कर 4.7 फीसदी हो गई।
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कोरोना का कहर : 30 फीसदी लुढ़का कच्चा तेल
कोरोना के कहर से कच्चे तेल का बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल की ऊंचाई से तकरीबन 30 फीसदी टूट चुका है और बाजार के जानकारों की माने तो कच्चे तेल के दाम में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
जानकार बताते हैं कि ब्रेंट क्रूड का दाम जो इस समय 50 डॉलर प्रति बैरल चल रहा है वह टूटकर 45 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकता है। बता दें कि ब्रेंट क्रूड का भाव 26 दिसंबर 2018 के बाद के निचले स्तर पर है जब भाव गिरकर 49.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था।
कच्चे तेल के दाम में गिरावट आने से भारतीय उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल समेत अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की महंगाई से राहत मिल सकती है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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