नौकरीपेशा लोगों के लिए आज का दिन बहुत खास है। श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने मंगलवार को कहा कि 6 करोड़ से अधिक ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) के सदस्यों को वित्त वर्ष 2018-19 के लिए उनकी जमा राशि पर 8.65 प्रतिशत की दर से ब्याज का भुगतान किया जाएगा। पिछले महीने श्रम मंत्री ने कहा था कि श्रम मंत्रालय 2018-19 के लिए जल्द ही 8.65 फीसदी का ब्याज अधिसूचित करेगा क्योंकि वित्त मंत्रालय ने इस पर अपनी असहमति जाहिर नहीं की है।
Published: 17 Sep 2019, 2:14 PM IST
इससे पहले श्रम मंत्री की अध्यक्षता वाली कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के लिए निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई, केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने 2018-19 के लिए 8.65 फीसद ब्याज देने का निर्णय किया था। इससे पहले 2017-18 में ब्याज दरें 8.55 फीसदी थी। मतलब साफ है कि ब्याज दरों में 0.10 फीसदी का इजाफा हुआ है।
Published: 17 Sep 2019, 2:14 PM IST
बता दें कि 8.65 फीसदी की दर सरकार की अन्य छोटी बचत स्कीमों पर उपलब्ध ब्याज से ज्यादा है। छोटी बचत स्कीमों के रिटर्न की बेंचमार्किंग मार्केट रेट पर होती है। पीएफ पर ब्याज की बढ़ोतरी के बाद ही भविष्यनिधि के 6 करोड़ से ज्यादा अंशधारकों को इसका फायदा होगा। इसके अलावा, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) इस ब्याज दर पर भविष्य निधि कोष की निकासी के दावों का निपटान कर सकेंगे।
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Published: 17 Sep 2019, 2:14 PM IST
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Published: 17 Sep 2019, 2:14 PM IST