पाकिस्तान सरकार द्वारा मनमाने करों और उच्च बिजली दलों के खिलाफ बुधवार को व्यापारी संघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। व्यापारी संघ से जुड़े लोगों ने हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया है। राजधानी इस्लामाबाद और रावलपिंडी में विरोध रैलियां निकाली गई। व्यापारी सरकार के फैसले को पलटने की मांग कर रहे हैं और मांगें पूरी नहीं होने पर देश को ठप करने की धमकी दे रहे हैं। व्यापारियों की इन धमकियों ने शाहबाज शरीफ सरकार को मुश्किल में डाल दिया है। वह श्रमिक वर्ग और व्यापारिक समुदाय पर अधिक कर लगाने की सोच रही है। हाल में पाकिस्तान द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ सात अरब अमेरिकी डॉलर के नए ऋण के लिए समझौता किया गया। इसके बाद से सरकार द्वारा लगातार बिजली दरों में बढ़ोतरी की जा रही है।
हालांकि, व्यापारी संघ और विपक्षी दल झुकने के मूड में नहीं हैं और उन्होंने व्यापारिक समुदाय पर और दबाव डालने के लिए सरकार की आलोचना की है, जो पहले से ही उसके कई हालिया फैसलों से नाखुश है। ऑल पाकिस्तान अंजुमन ताजरान के अध्यक्ष अजमल बलूच ने कहा, हम पीछे नहीं हटेंगे। मरकज़ी अंजुमन ताजरान के प्रमुख काशिफ़ चौधरी ने कहा कि अगर सरकार बातचीत करना चाहती है और व्यापारियों के साथ बातचीत करने के लिए गंभीर है, तो उसे सबसे पहले ताजिर दोस्त योजना की अधिसूचना वापस लेनी चाहिए। व्यापारी और व्यापारिक समुदाय अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए है। जमात-ए-इस्लामी (जेआई), जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और अवामी सहित विपक्षी राजनीतिक दल नेशनल पार्टी (एएनपी) ने देश के व्यापारिक समुदाय के पीछे खड़ी है।
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने बुधवार को अपने ध्यान वाले क्षेत्रों को रेखांकित करते हुए कहा कि यूपीआई और रुपे को सही मायने में वैश्विक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। दास ने मुंबई में ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024’ को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई का ध्यान वित्तीय समावेशन, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई), उपभोक्ता संरक्षण एवं साइबर सुरक्षा, टिकाऊ वित्त और वित्तीय सेवाओं के वैश्विक एकीकरण को सशक्त बनाने पर है। उन्होंने कहा कि भारत कई देशों के साथ आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों और द्विपक्षीय समझौतों का सक्रिय हिस्सा है और सीमापार भुगतान प्रणालियों सहित वित्तीय बुनियादी ढांचे को मजबूत करना रिजर्व बैंक का प्रमुख लक्षित क्षेत्र होगा।
आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘‘हम अब यूपीआई और रुपे को वास्तव में वैश्विक बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस दिशा में भूटान, नेपाल, श्रीलंका, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), मॉरीशस, नामीबिया, पेरू, फ्रांस और कुछ अन्य देशों के साथ यूपीआई नेटवर्क के जरिये रुपे कार्ड और भुगतान स्वीकार करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि ये प्रयास दुनियाभर में भारत की पहल को अपनाने के लिए सहयोगी प्रयासों को रेखांकित करते हैं। एकीकृत भुगतान प्रणाली यूपीआई मोबाइल फोन के जरिये अंतर-बैंक लेनदेन की सुविधा देती है जबकि रुपे घरेलू रूप से विकसित एक वैश्विक कार्ड भुगतान नेटवर्क है।
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भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने बुधवार को कहा कि उसने देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी के गठन के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी कंपनी की मीडिया इकाइयों के विलय को मंजूरी दे दी है। प्रतिस्पर्धा आयोग ने इस विलय समझौते को दोनों पक्षों द्वारा प्रस्तावित कुछ संशोधनों के साथ मंजूरी दी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की मीडिया इकाई वायकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी की मीडिया इकाई स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसआईपीएल) के बीच विलय की घोषणा साल की शुरुआत में की गई थी। इस समझौते के लागू होने पर देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी का गठन होगा।
प्रतिस्पर्धा नियामक सीसीआई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि उसने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वायकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, डिजिटल 18 मीडिया लिमिटेड, स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और स्टार टेलीविजन प्रोडक्शंस लिमिटेड के प्रस्तावित संयोजन को स्वैच्छिक संशोधनों के अनुपालन के अधीन मंजूरी दे दी है।
हालांकि, प्रतिस्पर्धा आयोग ने दोनों पक्षों की तरफ से मूल सौदे में किए गए इन स्वैच्छिक संशोधनों का खुलासा नहीं किया है। इस सौदे के तहत रिलायंस और उसकी सहयोगी इकाइयों की संयुक्त मीडिया कंपनी में 63.16 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी जबकि वॉल्ट डिज्नी के पास शेष 36.84 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। विलय के बाद गठित होने वाली मीडिया कंपनी के पास दो स्ट्रीमिंग सेवाएं और 120 टेलीविजन चैनल होंगे।
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जर्मनी का जेडएफ ग्रुप भारत में अगले छह वर्षों में करीब 2 अरब यूरो (18,750 करोड़ रुपये) निवेश करने की योजना बना रहा है। इसके जरिए कंपनी की योजना भारत में अपने ऑटो उपकरण, विंड गेयरबॉक्स और कंस्ट्रक्शन मशीनरी और कृषि क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली मशीनरी के कारोबार में विस्तार करना है। कंपनी का लक्ष्य भारत में अपनी बिक्री को 2030 तक बढ़ाकर 3 अरब यूरो (करीब 28,000 करोड़ रुपये ) करना है, जो कि पिछले साल 10,000 करोड़ रुपये के करीब थी। ग्रुप का मानना है कि स्थानीय और वैश्विक जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत से उसके पार्ट्स की सोर्सिंग 2030 तक बढ़कर 2 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। जेडएफ ग्रुप की ओर से नए सुरक्षा के नियमों और नई टेक्नोलॉजी की मांग को लेकर भी काम किया जा रहा है।
जेडएफ ग्रुप के मैनेजमेंट बोर्ड के सदस्य पीटर लेयर ने कहा कि भारत की ट्रांसपोर्टेशन की जरूरतें बढ़ रही हैं। हमें उम्मीद है कि सड़कों पर आने वाले समय में और वाहन देखने को मिलेंगे। हमारा निवेश लंबी अवधि के नजरिए और रीजन में वृद्धि की संभावना को देखते हुए किया गया है। हम स्थिरता को लेकर प्रतिबद्ध रहते हुए अपनी क्षमता का विस्तार करेंगे। आगे कहा कि हम भारत के विंड एनर्जी क्षमता को 2030 तक दोगुना करने के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं। कंपनी इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कोयंबटूर में मौजूद अपनी विंड एनर्जी गियरबॉक्स प्लांट की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को 9 गीगावाट से 12 गीगावाट करने जा रही है। जेडएफ ग्रुप के इंडिया प्रेसिडेंट आकाश पासी का कहना है कि हमारा लक्ष्य 10,000 करोड़ रुपये से आगे बढ़ते हुए इसे 25,000 करोड़ रुपये की कंपनी बनाना है। भारत की अर्थव्यवस्था काफी अच्छा कर रही है। वैश्विक स्तर पर चुनौतियों के बाद भी यहां केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियां अच्छी हैं। हमें लगता है यहां विकास की अच्छी संभावना है। जेडएफ ग्रुप के पास भारत में 18 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स और 10 इंजीनियरिंग सेंटर्स के साथ 16,000 कर्मचारी हैं।
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स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को भी तेजी बरकरार रही। सेंसेक्स में जहां 70 अंक का लाभ रहा, वहीं निफ्टी मामूली बढ़त के साथ 25,052 अंक के अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। कारोबारियों ने कहा कि हाल ही में विदेशी पूंजी आने और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने भी निवेशकों की धारणों को मजबूती दी।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स लगातार सातवें दिन बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 73.80 अंक यानी 0.09 प्रतिशत चढ़कर 81,785.56 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 327.5 अंक बढ़कर 82,039.26 अंक पर पहुंचा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी लगातार 10वें सत्र में बढ़त लेने में सफल रहा। यह 34.60 अंक यानी 0.14 प्रतिशत बढ़कर 25,052.35 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 111.85 अंक बढ़कर 25,129.60 अंक के अपने दिन के कारोबार के नए शिखर पर पहुंच गया था।
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