भारतीय शेयर बाजार के लिए बुधवार का कारोबारी सत्र नुकसान वाला रहा। निवेशकों की ओर से मुनाफावसूली के कारण बाजार के ज्यादातर सूचकांक लाल निशान में बंद हुए हैं। सेंसेक्स 667 अंक या 0.89 प्रतिशत गिरकर 74,502 अंक और निफ्टी 183 अंक या 0.80 प्रतिशत गिरकर 22,704 अंक पर बंद हुआ है। बैंकिंग इंडेक्स निफ्टी बैंक में भी एक प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है और यह 640 अंक या 1.30 प्रतिशत गिरकर 48,501 अंक पर बंद हुआ है।
कारोबारी सत्र में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का प्रदर्शन लार्जकैप के मुकाबले काफी अच्छा रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 169 अंक या 0.32 प्रतिशत गिरकर 52,125 अंक पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 10 अंक या 0.06 प्रतिशत बढ़कर 16,886 अंक पर बंद हुआ है। सेक्टर के हिसाब से देखें तो आईटी, फिन सर्विस, रियल्टी, निजी बैंक और एनर्जी इंडेक्स पर सबसे ज्यादा दबाव देखा गया। वहीं, फार्मा और मेटल इंडेक्स ही बढ़कर बंद हुए हैं। बाजार उतार-चढ़ाव दर्शाने वाला इंडिया विक्स 24.17 अंक पर बंद हुआ है।
सेंसेक्स के 30 में 24 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं। टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और एक्सिस बैंक टॉप लूजर्स हैं। पावर ग्रिड, सनफार्मा, नेस्ले, आईटीसी और इंडसइंड बैंक टॉप गेनर्स हैं। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिका में व्यक्तिगत खपत और खर्चों का आंकड़ा आने से पहले निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और जापान में महंगाई बढ़ी है, जिसने निवेशकों की फेड द्वारा ब्याज दर कम होने की संभावना पर पानी फेरा है। इस सभी कारणों के चलते भारतीय बाजार में बिकवाली हुई है।
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अडानी समूह ने बुधवार को साफ कर दिया कि पेटीएम में हिस्सेदारी खरीदने की खबर पूरी तरह से झूठी है। अडानी समूह ने इस तरह की मीडिया रिपोर्ट का खंडन किया है। एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी समूह 'वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड' के मालिकाना हक वाली फिनटेक कंपनी में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए पेटीएम के साथ बातचीत कर रहा है। अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा, "हम इस तरह की निराधार खबरों का स्पष्ट रूप से खंडन करते हैं। यह पूरी तरह से झूठ और असत्य है।"
स्टॉक रेगुलेटरी फाइलिंग में पेटीएम ने भी इस तरह के किसी भी कदम से इनकार किया है। पेटीएम ने कहा, "हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह खबर अटकलबाजी है। कंपनी इस संबंध में किसी भी बातचीत में शामिल नहीं है।" कंपनी ने कहा, "हमने हमेशा सेबी (लिस्टिंग ऑब्लिगेशंस एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) विनियम, 2015 के तहत अपने दायित्वों (ऑब्लिगेशंस) के अनुपालन में खुलासे किए हैं और करते रहेंगे।"
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भारतीय शेयर बाजार के लिए मई का महीना काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। बाजार ने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है, लेकिन विदेशी निवेशकों ने स्टॉक मार्केट में जमकर बिकवाली की है। भारतीय बाजार से मई में अब तक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) करीब 2.89 अरब डॉलर (24,082 करोड़ रुपये) निकाल चुके हैं। यह एशिया में विदेशी निवेशकों द्वारा निकाली गई सबसे बड़ी राशि है। वहीं, जनवरी 2024 के बाद सबसे बड़ा एफआईआई आउटफ्लो है।
मई में अब तक सेंसेक्स और निफ्टी क्रमश: 0.9 प्रतिशत और 1.25 प्रतिशत का रिटर्न दे चुके हैं। इस दौरान एशिया के अन्य बाजार जैसे हांगकांग ने 5.8 प्रतिशत, जापान ने 1.2 प्रतिशत, कोरिया ने 1.1 प्रतिशत, ताइवान ने 1 प्रतिशत और जकार्ता ने 0.3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। हालांकि, इस दौरान शंघाई के बाजार ने 2 प्रतिशत का नकारात्मक रिटर्न दिया है। भारत के अलावा एफआईआई की ओर से इंडोनेशिया में 700 मिलियन डॉलर, वियतनाम से 415 मिलियन डॉलर, थाईलैंड से 210 मिलियन डॉलर और फिलीपींस से 58 मिलियन डॉलर की राशि निकाली गई है। एफआईआई की ओर से जापान में 7.59 अरब डॉलर, ताइवान में 6.26 अरब डॉलर, दक्षिण कोरिया में 1.44 अरब डॉलर और मलेशिया में 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया गया है।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स की यूएई बिजनेस एंड स्ट्रेटेजी की प्रमुख तनवी कंचन ने कहा, "भारत में विदेशी निवेशकों की बिक्री के मुकाबले 24 मई तक घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) द्वारा 40,986 करोड़ का निवेश किया गया है। बड़ी बिकवाली के बाद एफआईआई की ओर से भी पिछले हफ्ते 6,195 करोड़ की खरीदारी की गई है।" उन्होंने आगे कहा, "भारत में विदेशी निवेशकों द्वारा बड़ी बिकवाली की वजह हांगकांग के बाजारों में तेजी होना है। एफआईआई भारत के महंगे बाजार से पैसा निकालकर सस्ते हांगकांग के बाजार में निवेश कर रही है।"
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शेयर बाजार में लगातार चार कारोबारी सत्रों की गिरावट से निवेशकों की पूंजी 5.12 लाख करोड़ रुपये घट गई है। लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले निवेशकों की सतर्कता के बीच शेयर बाजार में इससे पहले रिकॉर्ड बढ़त दर्ज हो रही थी। बैंक शेयरों में बिकवाली और कमजोर वैश्विक रुझानों के बीच सूचकांक में गिरावट आई है।
बीएसई सेंसेक्स 24 मई से चार कारोबारी सत्रों में 915.14 अंक गिर चुका है। हालांकि 27 मई को सेंसेक्स 76,009.68 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बुधवार तक चार कारोबारी सत्रों में 5,12,921.96 करोड़ रुपये घटकर 4,15,09,713.94 करोड़ रुपये (4.98 लाख करोड़ डॉलर) पर आ गया है। अपने सर्वकालिक शिखर से बीएसई सेंसेक्स 1,506.78 अंक नीचे है। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 21 मई को पहली बार पांच लाख करोड़ डॉलर के आंकड़े पर पहुंचा था।
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एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने बाजार अनुसंधान के बाद महिला यात्रियों के लिए विशेष सुविधा की पेशकश की है। इसके तहत सीट बुक करने वाली महिलाएं अब वेब चेक-इन के समय अन्य महिला यात्रियों द्वारा बुक की गई सीटों के बारे में जान सकती हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन है। इसकी बाजार हिस्सेदारी 60 प्रतिशत से अधिक है। अप्रैल में 80 लाख यात्रियों ने इंडिगो की सेवाएं लीं। एयरलाइन ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि उसने एक नई सुविधा शुरू की है जिसका उद्देश्य महिला यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को और सुगम बनाना है।
बयान के अनुसार, “इसे बाजार अनुसंधान के आधार पर शुरू किया गया है। वर्तमान में यह हमारे #गर्लपावर सिद्धांत के अनुरूप प्रायोगिक चरण में है। यह सुविधा केवल वेब चेक-इन के दौरान महिला यात्रियों द्वारा बुक की गई सीटों की दृश्यता प्रदान करती है। यह विशेष रूप से महिला यात्रियों के लिए अकेले और साथ ही पारिवार के साथ बुकिंग के हिस्से के रूप में पीएनआर (यात्री नाम रिकॉर्ड) के लिए तैयार की गई है।’’
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