अर्थतंत्र

अर्थजगतः शेयर बाजार धड़ाम, निवेशकों के 8 लाख करोड़ रुपये डूबे और अप्रैल-मई में NRI ने 2.7 अरब डॉलर भारत भेजे

रियल एस्टेट क्षेत्र में निरंतर तेजी के साथ इस साल की पहली छमाही में 4 करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत के घरों की बिक्री 27 प्रतिशत बढ़ गई है। पेटीएम की मूल कंपनी वन कम्युनिकेशंस का घाटा चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 840 करोड़ रुपये हो गया।

शेयर बाजार धड़ाम, निवेशकों के 8 लाख करोड़ रुपये डूबे
शेयर बाजार धड़ाम, निवेशकों के 8 लाख करोड़ रुपये डूबे फोटोः सोशल मीडिया

शेयर बाजार गिरा, निवेशकों के 8 लाख करोड़ रुपये डूबे

शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी के बाद शुक्रवार को गिरावट आने से निवेशकों की संपत्ति 7.94 लाख करोड़ रुपये घट गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 81,587.76 अंक के नए सर्वकालिक उच्च स्तर को छूने के बाद अंत में 738.81 अंक यानी 0.91 प्रतिशत गिरकर 80,604.65 अंक पर बंद हुआ। इस गिरावट के साथ बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,94,059.53 करोड़ रुपये घटकर 4,46,38,826.75 करोड़ रुपये (5.34 लाख करोड़ डॉलर) पर आ गया।

भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को चौतरफा बिकवाली देखने को मिली। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 738 अंक या 0.91 प्रतिशत गिरकर 80,604 और निफ्टी 270 अंक या 1.09 प्रतिशत गिरकर 24,530 पर था। गिरावट का सबसे ज्यादा असर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर दिखा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,202 अंक या 2.11 प्रतिशत गिरकर 55,908 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 431 अंक या 2.29 प्रतिशत गिरकर 18,397 अंक पर बंद हुआ। बाजार में गिरावट के कारण बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का मार्केट कैप कारोबार के अंत में घटकर 446.3 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो कि पिछले कारोबारी सत्र के अंत में 454.3 लाख करोड़ रुपये था।

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अप्रैल-मई में एनआरआई ने 2.7 अरब डॉलर भारत भेजे

विदेशों में रहने वाले भारतीय (एनआरआई) की ओर से देश भेजी जाने वाली राशि इस साल अप्रैल-मई में तीन गुना बढ़कर 2.7 अरब डॉलर हो गई। यह पिछले साल की समान अवधि में 0.6 अरब डॉलर थी। आरबीआई की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। एनआरआई डिपॉजिट स्कीम में जमा राशि मई में बढ़कर 154.72 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। स्कीम में फॉरेन करेंसी नॉन-रेजिडेंट (एफसीएनआर) डिपॉजिट, नॉन-रेजिडेंट एक्सटर्नल (एनआरई) और नॉन-रेजिडेंट आर्डिनरी (एनआरओ) डिपॉजिट शामिल हैं।

बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा आने का असर देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर भी पड़ता है। आरबीआई के मुताबिक, रुपये का प्रदर्शन हाल के दिनों में दुनिया की अन्य मुद्राओं के मुकाबले काफी अच्छा रहा है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5 जुलाई को 657.16 अरब डॉलर था। यह देश के विदेशी मुद्रा भंडार का अब तक का उच्चतम स्तर था। देश का बढ़ता हुआ विदेशी मुद्रा भंडार अर्थव्यवस्था की मजबूती को दिखाता है। इसके साथ ही आरबीआई को रुपये को मजबूती प्रदान करने के लिए अधिक विकल्प देता है। विदेशों से आने वाली जमा राशि बढ़ने की वजह देश के निर्यात में भी बढ़ोतरी होना है। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 200 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात किया गया है। इस सप्ताह मासिक व्यापारिक आंकड़े जारी करते हुए वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि अगर यह ट्रेंड जारी रहता है तो चालू वित्त वर्ष में निर्यात का आंकड़ा 800 अरब डॉलर को पार कर जाएगा।

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पेटीएम का घाटा जून तिमाही में बढ़कर 840 करोड़ रुपये पर

पेटीएम की मूल कंपनी वन कम्युनिकेशंस का घाटा चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में बढ़कर 840 करोड़ रुपये हो गया। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 358.4 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। पेटीएम ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी एकीकृत आय 33.48 प्रतिशत घटकर 1,639.1 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,464.2 करोड़ रुपये थी। पेटीएम के प्रवक्ता ने घाटे में बढ़ोतरी और राजस्व में गिरावट के लिए मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लि. (पीपीबीएल) पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण कारोबार में आई बाधा को जिम्मेदार ठहराया।

आरबीआई ने कारोबारियों सहित ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए 15 मार्च से पीपीबीएल को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है। प्रवक्ता ने कहा, “इसके लिए (राजस्व में कमी और घाटे में वृद्धि)तीन कारक जिम्मेदार हैं। यह मुख्य रूप से वॉलेट जैसे पीपीबीएल उत्पादों के कारण व्यवधान हैं। हमने वॉलेट और कुछ उत्पादों का उपयोग बंद कर दिया है।” कंपनी ने कुछ ऐसे उत्पादों पर भी अस्थायी रूप से रोक लगा दी है, जिनके बारे में उद्योग स्तर पर नियामकों को चिंता हो सकती है। प्रवक्ता के अनुसार, पहली तिमाही में पीपीबीएल व्यवधान का प्रभाव समाप्त हो गया है और कंपनी का प्रदर्शन दूसरी तिमाही से बेहतर होगा।

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भारत में करोड़ों रुपये के लग्जरी होम की बिक्री में आई वृद्धि

रियल एस्टेट क्षेत्र में निरंतर आई तेजी के साथ इस साल की पहली छमाही में 4 करोड़ रुपये और उससे अधिक की लागत वाले घरों की बिक्री 27 प्रतिशत बढ़ गई है। रियल एस्टेट सलाहकार सीबीआरई की एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत के लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट ने बिक्री में मजबूत वृद्धि बनाए रखी है। जो 2023 की समान अवधि में लगभग 6,700 यूनिट की तुलना में लगभग 8,500 लग्जरी यूनिट की कुल बिक्री तक पहुंच गई है।

शीर्ष सात शहरों में कुल लग्जरी आवास बिक्री में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और हैदराबाद की हिस्सेदारी लगभग 84 प्रतिशत रही। जहां दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 14 प्रतिशत बढ़कर 3,300 यूनिट हो गई, वहीं मुंबई में 14 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,500 यूनिट हो गई। हैदराबाद में आवास की बिक्री 1,300 यूनिट रही, जो सालाना 44 प्रतिशत अधिक दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पुणे में इस अवधि के दौरान 1,100 यूनिट की बिक्री दर्ज की गई, जो साल-दर-साल 450 प्रतिशत अधिक है।

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माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के कारण कई एयरलाइंस का परिचालन बाधित

प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में खामी आने के कारण शुक्रवार को हवाईअड्डे और एयरलाइन परिचालन में भारी व्यवधान आया। विभिन्न एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए सलाह जारी की है।इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा को अपने नेटवर्क पर ऑनलाइन चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं में व्यवधान का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें ‘ऑफलाइन’ माध्यम से काम करना पड़ा। इंडिगो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “हमारे सिस्टम फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट की खराबी से प्रभावित हैं जिसका असर अन्य कंपनियों पर भी पड़ रहा है। इस दौरान बुकिंग, चेक-इन, आपकी बोर्डिंग पास तक पहुंच और कुछ उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं।”

कंपनी ने कहा, “हम सभी पूरी तरह से सक्रिय हैं और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। हमारी डिजिटल टीम भी इन व्यवधानों को तेजी से हल करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट एज्योर के साथ मिलकर काम कर रही है।” किफायती एयरलाइन अकासा ने कहा, “हमारे सेवा प्रदाता के साथ बुनियादी ढांचे से जुड़ी समस्याओं के कारण बुकिंग, चेक-इन और बुकिंग प्रबंधन सेवाओं सहित हमारी कुछ ऑनलाइन सेवाएं अस्थायी रूप से अनुपलब्ध रहेंगी। फिलहाल हम हवाई अड्डों पर ‘ऑफलाइन’ चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं।” एयरलाइन ने तत्काल यात्रा की योजना बनाने वाले अपने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे एहतियातन चेक-इन के लिए हवाई अड्डे पर जल्दी पहुंचें

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