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अर्थजगतः ऑल-टाइम लो पर पहुंचा ओला इलेक्ट्रिक का शेयर और लगातार दूसरे दिन तेजी से सेंसेक्स 364 अंक चढ़ा

मारुति सुजुकी इंडिया का 2024-25 की दूसरी तिमाही में मुनाफा 18 प्रतिशत गिरकर 3,069 करोड़ रुपये रह गया है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार, धनतेरस के मौके पर देश भर में लगभग 60 हजार करोड़ रुपये के रिटेल व्यापार का अनुमान है।

ऑल-टाइम लो पर पहुंचा ओला इलेक्ट्रिक का शेयर
ऑल-टाइम लो पर पहुंचा ओला इलेक्ट्रिक का शेयर  फोटोः IANS

ऑल-टाइम लो पर पहुंचा ओला इलेक्ट्रिक का शेयर

ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक का शेयर मंगलवार को अपने ऑल-टाइम लो और आईपीओ प्राइस 76 रुपये के नीचे पहुंच गया है। कारोबार की शुरुआत में शेयर गिरावट के साथ खुला था और अब तक के कारोबार में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर ने 74.84 रुपये का न्यूनतम स्तर छुआ है। दोपहर 12:50 बजे ओला इलेक्ट्रिक का शेयर करीब 3 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75.25 रुपये पर था। ओला इलेक्ट्रिक का शेयर इस साल अगस्त में शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था। लिस्टिंग के बाद शेयर में जोरदार तेजी देखी गई है और 157.40 रुपये का ऑल-टाइम हाई बनाया था। वहां से शेयर में लगातार गिरावट देखी जा रही है और यह अपने उच्चतम स्तर से करीब 50 प्रतिशत फिसल चुका है।

जानकारों के मुताबिक, अगर ओला का शेयर अपने आईपीओ प्राइस 76 के नीचे जाकर कुछ दिन तक ठहरता है तो संस्थागत निवेशकों और रिटेल निवेशकों की बिकवाली के कारण इसमें और गिरावट देखने को मिल सकती है। आगे कहा कि शेयर में हर स्तर पर बिकवाली देखी जा रही है। लगातार कमजोरी के कारण निवेशकों को इस शेयर से दूर रहना चाहिए और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए। ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में मंदी की वजह कंपनी के कमजोर बिक्री के आंकड़े और खराब सर्विस को माना जा रहा है।

सरकारी पोर्टल वाहन के मुताबिक, सितंबर में कंपनी ने 24,665 इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री की थी। वहीं, अगस्त में यह 27,857 का था। ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट शेयर गिरने की वजह बाजार में प्रतिस्पर्धा का बढ़ना है। बड़ी ऑटो कंपनियां भी इलेक्ट्रिक दोपहिया सेक्टर में अपने पांव जमाने की कोशिश कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक के ईवी में ग्राहकों को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और सर्विस सेंटर से जुड़ी समस्याएं हैं।

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शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन तेजी, सेंसेक्स 364 अंक चढ़ा

शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 364 अंक और चढ़ गया। वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख के बीच कारोबार समाप्त होने से पहले बैंक शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही। बीएसई सेंसेक्स 363.99 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,369.03 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 583.69 अंक तक चढ़ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 127.70 अंक यानी 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,466.85 अंक पर बंद हुआ।

कारोबारियों के अनुसार, घरेलू संस्थागत निवेशकों की लिवाली से बाजार में तेजी आई है। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से भारतीय स्टेट बैंक पांच प्रतिशत उछला। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से लाभ में रहीं। इसके उलट, नुकसान में रहने वाले शेयरों में मारुति, टाटा मोटर्स, सन फार्मा, भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 3,228.08 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे जबकि डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने 1,400.85 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त में रहे थे।

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मारुति सुजुकी इंडिया का दूसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफा गिरा

मारुति सुजुकी इंडिया की ओर से मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए गए हैं। कंपनी का मुनाफा 18 प्रतिशत गिरकर 3,069 करोड़ रुपये रह गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,716 करोड़ रुपये पर था। भारत के सबसे बड़ी कार कंपनी की ओर से नतीजों पर कहा गया कि फाइनेंस एक्ट 2024 में डेट म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन में इंडेक्सेशन बेनिफिट हटने के कारण 837 करोड़ रुपये का प्रोविजन किया गया है। तिमाही के दौरान कंपनी की बिक्री से शुद्ध आय 35,589 करोड़ रुपये रही थी, यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 35,535 करोड़ रुपये था।

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनी को 6,719 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में यह आंकड़ा 6,201 करोड़ रुपये था। तिमाही नतीजों के बाद कंपनी के शेयर में गिरावट देखी गई है और यह 5 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ 10,829 रुपये पर था। जुलाई से सितंबर की अवधि के दौरान मारुति सुजुकी इंडिया की ओर से 5,41,550 वाहनों की बिक्री की गई है। इसमें से 4,63,834 वाहनों को घरेलू बाजार और 77,716 वाहनों का निर्यात विदेशी बाजारों में किया गया है। कंपनी ने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले घरेलू वॉल्यूम में 3.9 प्रतिशत की गिरावट हुई है और वहीं, निर्यात वॉल्यूम में 12.1 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनी ने कुल 1,063,418 वाहनों की बिक्री की है, जिसमें घरेलू बाजार की 915,142 यूनिट्स और निर्यात बाजार की 148,276 यूनिट्स शामिल हैं। घरेलू बाजार में बिक्री में 0.3 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं निर्यात बिक्री की मात्रा सालाना आधार पर 11.9 फीसदी बढ़ी।

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धनतेरस पर 60 हजार करोड़ रुपये के खुदरा व्यापार का अनुमान

धनतेरस के मौके पर बाजारों में खरीदारी के साथ रौनक लौट आई है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार, इस मौके पर देश भर में लगभग 60 हजार करोड़ रुपये के रिटेल व्यापार का अनुमान है। इस दिन खासतौर पर सोने-चांदी के आभूषण तथा अन्य वस्तुएं, सभी प्रकार के बर्तन, रसोई का सामान, वाहन, कपड़े एवं रेडीमेड गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली का सामान एवं उपकरण, व्यापार करने के उपकरण जैसे कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से जुड़े उपकरण, मोबाइल, बही खाते, फर्नीचर आदि विशेष रूप से खरीदे जाते हैं।

ज्वेलरी सेक्टर के कैट संगठन ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि धनतेरस पर पूरे देश में सोने और चांदी की जबरदस्त बिक्री हुई है। धनतेरस पर देश भर में लगभग 20 हजार करोड़ का सोना और लगभग 2,500 करोड़ की चांदी खरीदी गई। उन्होंने कहा कि इस वर्ष धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में वृद्धि हुई है। देश में लगभग चार लाख छोटे और बड़े ज्वेलर्स काम करते हैं।

भारतीय मानक ब्यूरो में 2 लाख ज्वेलर्स पंजीकृत हैं, जिन्होंने आज लगभग 25 टन सोने की बिक्री की, जिसका मूल्य 20 हजार करोड़ रुपये तथा इसी तरह देश भर में 250 टन चांदी बिकी, जिसकी कीमत लगभग 2,500 करोड़ रुपये है। पिछले वर्ष सोने का भाव 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो अब 80 हजार से अधिक है, और चांदी का भाव पिछले वर्ष 70 हजार था, जो अब 1 लाख पहुंच गया है। इसलिए, वजन में बिक्री कम होने के बावजूद भी मुद्रा के रूप में बिक्री बढ़ी है। इसके अलावा पुराने चांदी के सिक्के की भी जबरदस्त मांग रही जो लगभग पूरे देश में 1,200 से 1,300 प्रति नग बिका। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अनुसार, 24 कैरेट सोने का भाव 78,850 रुपये प्रति 10 ग्राम बना हुआ है।

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अप्रैल से एप्पल इंटेलीजेंस इंडियन इंग्लिश को करेगा सपोर्ट

दुनिया की शीर्ष मोबाइल फोन निर्माता कंपनी एप्पल अपने इंटेलिजेंस फीचर में तेजी से और अधिक भाषाओं को जोड़ रही है। कंपनी ने हाल ही में घोषणा की है कि अगले साल अप्रैल महीने से इसका सॉफ्टवेयर कई अन्य भाषाओं के साथ इंडियन इंग्लिश यानि भारतीय अंग्रेजी भाषा भी सपोर्ट करने लगेगा। टेक की दिग्गज कंपनी एप्पल ने घोषणा की है कि आईफोन, आईपैड और मैक उपयोगकर्ताओं के लिए एप्पल इंटेलिजेंस सुविधाओं का पहला सेट अब आईओएस 18.1, आईपैड ओएस 18.1 और मैक ओएस सिकुआ 15.1 के रिलीज के साथ एक मुफ्त सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से उपलब्ध है।

बता दें कि एप्पल इंटेलिजेंस एक व्यक्तिगत इंटेलिजेंस प्रणाली है। यह भाषा और फोटो को समझ उसे क्रिएट करने के साथ ही रोजमर्रा के कार्यों को आसान और त्वरित बनाने के लिए जानकारी प्राप्त करती है। इसके साथ ही एप्पल एआई प्रणाली गोपनीयता बरकरार रखने में भी मदद करती है। कंपनी ने कहा, "आज सुविधाओं का पहला सेट उपलब्ध हो गया है, तथा आने वाले महीनों में कई और सुविधाएं उपलब्ध होंगी।" इसी साल दिसंबर से, एप्पल इंटेलिजेंस ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और यूके में स्थानीयकृत अंग्रेजी के लिए उपलब्ध होगा, और अप्रैल में एक सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ स्थानीय भाषाओं को भी सपोर्ट देने लगेगा। इसके बाद इसमें कई और अपडेट आएंगे। आईफोन निर्माता कंपनी ने कहा, "चीनी, अंग्रेजी (भारत), अंग्रेजी (सिंगापुर), फ्रेंच, जर्मन, इतालवी, जापानी, कोरियाई, पुर्तगाली, स्पेनिश, वियतनामी और अन्य भाषाओं को भी ये सपोर्ट करेगा।"

एप्पल के सीईओ टिम कुक ने इसकी जानकारी देते हुए बताया, एप्पल इंटेलिजेंस आईफोन, आईपैड और मैक के लिए एक नए युग की शुरुआत करेगा। जो नए अनुभव और उपकरण प्रदान करता है, जो हमारे उपयोगकर्ताओं की जिंदगी को बदल कर रख देगा। उन्होंने कहा, "एप्पल इंटेलिजेंस बरसों की मेहनत के बाद तैयार किया गया है। जिसका ध्येय एआई और मशीन लर्निंग को एप्पल जनरेटिव मॉडल के मूल में रखना है। ये हमारे उपयोगकर्ताओं को एक व्यक्तिगत इंटेलिजेंस सिस्टम देता है, जिसका उपयोग करना आसान है। यह उनकी गोपनीयता की रक्षा भी करता है।" आईओएस, आईपैड ओएस और मैक ओएस में इंटीग्रेटेड है। जो यूजर्स को राइटिंग टूल के माध्यम से मेल, संदेश, नोट्स, पेज और थर्ड पार्टी एप्लिकेशन सहित री राइटिंग, प्रूफरीडिंग और टेक्स्ट का सारांश प्रस्तुत कर अपनी भाषा में लिखने की सहूलियत देता है।

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