अर्थतंत्र

अर्थजगतः इंश्योरेंस फर्म एको को 670 करोड़ रुपये का घाटा और तनाव के कारण भारत-कनाडा व्यापार पर नहीं पड़ेगा असर

भारत में घरेलू विमान यात्रियों के ट्रैफिक में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 2024 के पहले नौ महीनों में 4.99 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी दिन लाल निशान में बंद हुआ। सेंसेक्स कारोबार के अंत में 152.93 अंक फिसलकर बंद हुआ।

इंश्योरेंस फर्म एको को 2024 में 670 करोड़ रुपये का घाटा
इंश्योरेंस फर्म एको को 2024 में 670 करोड़ रुपये का घाटा फोटोः IANS

इंश्योरेंस फर्म एको ने 2024 में दर्ज किया 670 करोड़ रुपये का घाटा

इंश्योरेंस स्टार्टअप एको ने वित्त वर्ष 2023-24 में 670 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है। इससे पिछले वित्त वर्ष यह आंकड़ा 738 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का खर्च 2,830 करोड़ रुपये रहा। इसमें सालाना आधार पर 11.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का कुल खर्च 2,535 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी के कुल खर्च में क्लेम की हिस्सेदारी 29.3 प्रतिशत या 830 करोड़ रुपये थी। इसके बाद विज्ञापन और प्रमोशन कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा खर्च था, जिस पर कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 563 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इसके बाद कर्मचारियों को दिए जाने वाले फायदे, एजेंट्स को कमीशन, रिइंश्योरेंस प्रीमियम, आईटी, कानूनी और पेशेवर फीस और अन्य मदें भी कंपनी की लागत का हिस्सा थी।

वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय सालाना आधार पर 19.8 प्रतिशत बढ़कर 2,106 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में 1,758 करोड़ रुपये थी। कंपनी की कुल आय में ग्रॉस इंश्योरेंस प्रीमियम की हिस्सेदारी 73.35 प्रतिशत है। पिछले वित्त वर्ष यह सालाना आधार पर 33.9 प्रतिशत बढ़कर 1,587 करोड़ रुपये हो गई है। इसके अलावा सर्विस कॉन्ट्रैक्ट्स, रिइंश्योरेंस से रिकवरी, कमीशन और निवेश से मिलने वाली ब्याज भी कंपनी की आय का मुख्य सोर्स थी। नुकसान के कारण कंपनी का रिटर्न ऑन इन्वेस्टेड कैपिटल (आरओसीई) नकारात्मक बना हुआ है। वित्त वर्ष 2023-24 में यह -35.23 प्रतिशत था। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 में -54.98 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने एक रुपये की आय कमाने के लिए 1.34 रुपये खर्च किए थे। वित्त वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 1.44 रुपये था। कंपनी के इस वर्ष भी मुनाफे में आने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि इस वर्ष की शुरुआत में एको के संस्थापक वरुण दुआ ने कहा कि वित्त वर्ष 2026-27 में कंपनी मुनाफे में आ सकती है।

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तनाव के कारण भारत-कनाडा व्यापार पर नहीं पड़ेगा असर

भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद बढ़ने से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।उन्होंने यह भी कहा कि द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य महत्वपूर्ण नहीं है और कनाडाई फंड सिंगापुर, यूएई और अमेरिका के माध्यम से अपना निवेश कर सकते हैं। सूत्रों ने कहा, ''भारत एक पसंदीदा निवेश गंतव्य है।'' कनाडा भारत के लिए दाल का एक प्राथमिक स्रोत है और अब यह ऑस्ट्रेलिया से आ सकती है। उन्होंने कहा कि भारतीय छात्रों और पेशेवरों के पास भी विभिन्न देशों में बड़े अवसर होंगे।

भारत और कनाडा के बीच वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में थोड़ा बढ़कर 8.4 अरब डॉलर हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यह 8.3 अरब डॉलर था। कनाडा से भारत का आयात बढ़कर 4.6 अरब डॉलर हो गया, जबकि निर्यात में मामूली गिरावट आई और यह 3.8 अरब डॉलर रह गया। शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने भी कहा कि भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव का अब तक दोनों देशों के बीच वस्तुओं के द्विपक्षीय व्यापार पर कोई असर नहीं पड़ा है जीटीआरआई ने हालांकि कहा कि अगर यह विवाद लंबा खिंचता जाएगा, तो दोनों देशों को आर्थिक गिरावट से बचने के लिए सावधानीपूर्वक कदम बढ़ाने होंगे।

भारत ने सोमवार को छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और सिख चरमपंथी निज्जर की हत्या की जांच से अपने राजनयिक को जोड़ने के कनाडा के आरोपों को खारिज करने के बाद वहां से अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाने की घोषणा की थी।

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भारत का घरेलू एयर ट्रैफिक 5 प्रतिशत बढ़ा

भारत में घरेलू विमान यात्रियों का ट्रैफिक 2024 के पहले नौ महीनों में बढ़कर 11.84 करोड़ हो गया है। इसमें पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 4.99 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। डारेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के द्वारा मंगलवार को जारी किए गए डेटा में यह जानकारी सामने आई। मासिक आधार पर घरेलू यात्री ट्रैफिक सितंबर में 6.38 प्रतिशत बढ़कर 1.3 करोड़ हो गया है, जो कि अगस्त में 1.22 करोड़ था। डीजीसीए के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से सितंबर की अवधि के दौरान इंडिगो से 7.25 करोड़ से ज्यादा यात्रियों ने उड़ान भरी। इस दौरान कंपनी का मार्केट शेयर 61.3 प्रतिशत था। टाटा ग्रुप के नेतृत्व वाली एयर इंडिया में 1.64 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की। इस दौरान टाटा ग्रुप के नेतृत्व वाली एयर इंडिया का मार्केट शेयर 13.9 प्रतिशत था। टाटा ग्रुप की अन्य एयरलाइन विस्तारा में जनवरी- सितंबर के दौरान 1.15 करोड़ यात्रियों ने सफर किया। इस दौरान एयरलाइन का मार्केट शेयर 9.8 प्रतिशत रहा।

एआईएक्स कनेक्ट, जिसका संचालन भी टाटा ग्रुप द्वारा किया जाता है। उसमें 61.02 लाख यात्रियों ने 2024 के पहले नौ महीनों में सफर किया। इस दौरान एयरलाइन का मार्केट शेयर 5.1 प्रतिशत रहा। जनवरी-सितंबर की अवधि में स्पाइसजेट में 47.42 लाख यात्रियों ने यात्रा की, इस दौरान एयरलाइन का मार्केट शेयर 4 प्रतिशत रहा। अकासा एयर में 54.03 लाख यात्रियों ने यात्रा की। इसकी बाजार हिस्सेदारी 4.6 प्रतिशत रही। संकटग्रस्त बजट एयरलाइन स्पाइटजेट का मार्केट शेयर लगातार कम हो रहा है। जनवरी से जुलाई की अवधि में यह 4.5 प्रतिशत था। शेड्यूल घरेलू उड़ान रद्द होने की दर सितंबर में 0.85 प्रतिशत रही है। डीजीसीए के डेटा के मुताबिक, शेड्यूल घरेलू एयरलाइन को यात्रियों से जुड़ी 765 शिकायतें मिलीं। नियामक ने कहा कि शिकायतों का प्रमुख कारण उड़ान संबंधी समस्या है। एयरलाइंस को कुल 765 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 765 (100 प्रतिशत) का समाधान कर दिया गया है।

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लाल निशान में बंद हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स 152 अंक फिसला

शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी दिन लाल निशान में बंद हुआ है। ऑटो, आईटी और पीएसयू बैंक दबाव में रहे। बीएसई का सेंसेक्स कारोबार के अंत में 152.93 अंक या 0.19 प्रतिशत फिसलने के बाद 81,820.12 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी 70.60 अंक या 0.28 प्रतिशत गिरने के बाद 25,057.35 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स कारोबार के अंत में 127.80 अंक या 0.21 प्रतिशत की तेजी के बाद 59,593.25 पर हरे निशान में बंद हुआ। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 48.80 अंक या 0.19 प्रतिशत गिरने के बाद 26,149.10 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 89.10 अंक या 0.17 प्रतिशत चढ़ने के बाद 51,906.00 पर बंद हुआ। निफ्टी के रियलिटी, मीडिया, एफएमसीजी में खरीदारी देखने को मिली। वहीं, ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फार्मा, मेटल, एनर्जी, हेल्थ केयर, ऑयल एंड गैस सेक्टर दबाव में रहे। बाजार का रुझान सकारात्मक रहा।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,073 शेयर्स हरे, 1,879 शेयर्स लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। वहीं, 112 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए। निफ्टी के टॉप गेनर्स में बीपीसीएल, आईसीआईसीआई बैंक, ब्रिटानिया और भारती एयरटेल रहे। एचडीएफसी लाइफ, बजाज ऑटो, विप्रो और बजाज फाइनेंस टॉप लूजर्स रहे। सेंसेक्स पैक में आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक, अडानी पोर्ट्स, आईटीसी, एनटीपीसी टॉप गेनर्स रहे। वहीं, विप्रो, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील और जेएसडब्ल्यू स्टील टॉप लूजर्स रहे।

बाजार के जानकारों के अनुसार, "घरेलू बाजार में गिरावट देखी गई, जो मिश्रित वैश्विक रुझान और आंशिक मुनाफा वसूली से प्रभावित थी। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट घरेलू अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद है, लेकिन वे वैश्विक मांग में कमी का संकेत देते हैं। इसके अलावा, भारत के सीपीआई में खाद्य कीमतों के कारण उछाल आया, जिससे अपेक्षित दर कटौती में देरी होगी।" विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 14 अक्टूबर को अपनी बिकवाली बढ़ा दी। उन्होंने 3,731.59 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी अपनी खरीद बढ़ा दी तथा उन्होंने उसी दिन 2,278.09 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी। मंगलवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला था। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 216.37 अंक या 0.26 प्रतिशत चढ़ने के बाद 82,189.42 पर था। निफ्टी 61.30 अंक या 0.24 प्रतिशत चढ़ने के बाद 25,189.25 पर कारोबार कर रहा था

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हुंदै मोटर इंडिया के IPO को पहले दिन 18 प्रतिशत बोलियां मिलीं

दक्षिण कोरियाई वाहन विनिर्माता हुंदै की भारतीय इकाई हुंदै मोटर इंडिया लि. के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंगलवार को बोली के पहले दिन 18 प्रतिशत अभिदान मिला। एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 1,77,89,457 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं, जबकि पेशकश 9,97,69,810 शेयर की है।आईपीओ को पहले दिन नौ लाख से अधिक आवेदन मिले।

खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) की श्रेणी में 26 प्रतिशत अभिदान मिला, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 13 प्रतिशत अभिदान मिला। योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) का कोटा पांच प्रतिशत भरा। हुंदै मोटर इंडिया लि. (एचएमआईएल) ने सोमवार को एंकर निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपये जुटाए थे। यह भारत में सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का 21,000 करोड़ रुपये का आईपीओ सबसे बड़ा था। कंपनी ने बताया कि एचएमआईएल का आईपीओ 17 अक्टूबर को बंद होगा। कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह प्रवर्तक हुंदै मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित है।

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