अर्थतंत्र

अर्थजगतः रत्न-आभूषण निर्यात अगस्त में 18.79 प्रतिशत घटा और गूगल, एनवीडिया भारत में निवेश बढ़ाएंगी

सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय ईपीएफओ से इस साल जुलाई में 19.94 लाख सदस्य जुड़े हैं। भारतीय शेयर बाजारों में सोमवार को तेजी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन 384 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।

रत्न-आभूषण निर्यात अगस्त में 18.79 प्रतिशत घटा
रत्न-आभूषण निर्यात अगस्त में 18.79 प्रतिशत घटा फोटोः सोशल मीडिया

रत्न-आभूषण निर्यात अगस्त में 18.79 प्रतिशत घटकर दो अरब डॉलर पर

सुस्त वैश्विक मांग के कारण अगस्त में भारत का रत्न और आभूषण निर्यात 18.79 प्रतिशत घटकर 2.01 अरब डॉलर रहा है। रत्न आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। अगस्त, 2023 के दौरान रत्न एवं आभूषण निर्यात 2.47 अरब डॉलर रहा था। जीजेईपीसी ने हालांकि कहा कि समीक्षाधीन महीने के दौरान निर्यात जुलाई से कहीं बेहतर रहा, जब यह 1.66 अरब डॉलर का रहा था। जीजेईपीसी के चेयरमैन विपुल शाह ने बताया, ‘‘हमें अमेरिका और चीन जैसे प्रमुख निर्यात बाजारों की मांग को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।’’

आंकड़ों से यह भी पता चला है कि अगस्त में तराशे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात लगभग 26 प्रतिशत घटकर एक अरब डॉलर का रह गया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 1.36 अरब डॉलर रहा था। समीक्षाधीन महीने के दौरान सोने के आभूषणों का कुल निर्यात भी 1.15 प्रतिशत घटकर 68 करोड़ 76.9 लाख डॉलर का रह गया। आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए, कामा ज्वेलरी के प्रबंध निदेशक, कॉलिन शाह ने कहा कि वैश्विक बाजार परिदृश्य की तुलना में घरेलू स्तर पर रत्न और आभूषण क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘सीमा शुल्क में कटौती के बाद सोने की कीमत में आई कमी खरीदारों तक पहुंचेगी, जिससे अंततः बिक्री बढ़ेगी।’’ उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सबसे लंबे समय से निर्यात में सुस्ती का दौर रहा है और इस त्योहारी मौसम के दौरान बिक्री से इससे कुछ राहत मिलेगी।

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दिग्गज गूगल और एनवीडिया भारत में निवेश बढ़ाएंगी

प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां गूगल और एनवीडिया भारत में अपनी भागीदारी बढ़ाएंगी और देश में कृत्रिम मेधा (एआई) प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर अधिक ध्यान देंगी। दोनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद यह बात कही।

ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एनवीडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जेन्सेन हुआंग ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा से एआई, भारत के लिए इसकी क्षमता और अवसरों के बारे में जानने के इच्छुक रहे हैं। हुआंग ने कहा, ‘‘कृत्रिम मेधा भी एक नया उद्योग है, एक नया विनिर्माण उद्योग है। मैं इसे संभव बनाने के लिए भारत के साथ बहुत गहराई से साझेदारी करने के लिए उत्सुक हूं। भारत के साथ हमारी कई साझेदारियां हैं। हम भारत को हमारी सबसे उन्नत प्रौद्योगिकियों तक पहुंच बनाने में मदद कर रहे हैं।’’

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने डिजिटल इंडिया दृष्टिकोण के साथ भारत को बदलने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और कंपनी को भारत में निर्माण और डिजाइन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। पिचाई ने कहा, ‘‘उन्होंने हमें स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि में अनुप्रयोगों के बारे में सोचने की चुनौती दी, और वे भारत के बुनियादी ढांचे के बारे में भी सोच रहे हैं, चाहे वह डेटा सेंटर हो, बिजली हो, ऊर्जा हो। वह भारत में बदलाव करने के लिए निवेश कर रहे हैं। हम भारत में एआई में मजबूती से निवेश कर रहे हैं, और हम इससे अधिक करने के लिए तत्पर हैं।''

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ईपीएफओ ने जुलाई में 20 लाख नए सदस्य जोड़े

सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय ईपीएफओ से इस साल जुलाई में 19.94 लाख सदस्य जुड़े हैं। श्रम मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 10.52 लाख नए या पहली बार काम करने वाले लोग कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जुड़े। मंत्री ने कहा कि इस वर्ष जुलाई में करीब 20 लाख नए सदस्य जुड़े (19.94 लाख) है।

उन्होंने बताया कि जुलाई में जुड़े 8.77 लाख सदस्य 18-25 वर्ष आयु वर्ग के हैं। 18-25 वर्ष की आयु के लगभग 6.25 लाख लोग पहली बार काम कर रहे हैं या नए सदस्य हैं। करीब 59.4 प्रतिशत नए सदस्य 18-25 वर्ष आयु वर्ग के हैं। उन्होंने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि युवाओं के रोजगार में वृद्धि हुई है। मंत्री ने बताया कि जुलाई में ईपीएफओ से 4.41 लाख महिला सदस्य जुड़ीं, जिनमें 3.05 लाख नई सदस्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि महिला रोजगार में भी वृद्धि हुई है।

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शेयर बाजार में तेजी जारी, सेंसेक्स 384 अंक चढ़कर रिकॉर्ड ऊंचाई पर

स्थानीय शेयर बाजारों में सोमवार को तेजी जारी रही और मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन 384 अंक की बढ़त के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी नये शिखर पर बंद हुआ। कारोबारियों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों के बेहतर पूंजी प्रवाह और एशिया के अन्य बाजारों में मजबूत रुख से घरेलू बाजार बढ़त में रहे।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 384.30 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ अपने अबतक के उच्चतम स्तर 84,928.61 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 436.22 अंक उछलकर रिकॉर्ड 84,980.53 अंक पर पहुंच गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 148.10 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की बढ़त के साथ नये शिखर 25,939.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 165.05 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 25,956 अंक पर पहुंच गया था।

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भारत में आवास की मांग सदाबहार, मंदी के संकेत नहीं: क्रेडाई

भारतीय रियल एस्टेट बाजार में आवास की मांग मजबूत बनी हुई है और इसमें मंदी के कोई संकेत नहीं हैं। साथ ही मांग को पूरा करने के लिए अधिक नई पेशकश की जरूरत है। रियल एस्टेट क्षेत्र के शीर्ष संगठन क्रेडाई के अनुसार, किसी तिमाही में मकानों की बिक्री कम पेशकश की वजह से गिर सकती है, लेकिन कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद बढ़ी उपभोक्ता मांग बरकरार है। क्रेडाई 23-26 सितंबर को यहां अपना प्रमुख सम्मेलन 'क्रेडाई नैटकॉन' आयोजित कर रहा है। इसमें 1,100 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।

चालू तिमाही में बिक्री में अनुमानित गिरावट के बारे में पूछे जाने पर क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज गौड़ ने कहा कि सितंबर तिमाही में नई पेशकश कम रही हैं। गौड़ ने कहा, ‘‘ कोई ‘इन्वेंट्री’ (पेशकश) नहीं है। अच्छे डेवलपर की ओर से सही स्थानों तथा आकर्षक कीमतों पर आवासीय संपत्तियों की भारी मांग है।’’ प्रॉपइक्विटी के नवीनतम आंकड़ों के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने यह बात कही। प्रॉपइक्विटी ने अनुमान लगाया गया है कि भारत में जुलाई-सितंबर में नौ प्रमुख शहरों में बिक्री 18 प्रतिशत घटकर 1,04,393 इकाई रह गई।

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