अर्थतंत्र

अर्थजगतः शेयर बाजार में धूम, सेंसेक्स पहली बार 81000 अंक के पार और फास्टैग नहीं होने पर NHAI वसूलेगा दोगुना टोल

बायजू ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के आदेश के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) का रुख किया है। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के शेयर में बीते एक वर्ष में बंपर 78 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है।

शेयर बाजार में धूम, सेंसेक्स पहली बार 81000 अंक के पार
शेयर बाजार में धूम, सेंसेक्स पहली बार 81000 अंक के पार फोटोः सोशल मीडिया

शेयर बाजार का नया रिकॉर्ड, सेंसेक्स पहली बार 81,000 अंक के पार

शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी का सिलसिला बृहस्पतिवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 627 अंक उछलकर पहली बार 81,000 अंक के ऊपर बंद हुआ। निफ्टी भी 24,800 अंक के नये शिखर पर पहुंच गया। आईटी, तेल एवं गैस तथा दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 626.91 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की तेजी के साथ नई ऊंचाई 81,343.46 अंक पर बंद हुआ। बाजार में शुरुआत कमजोर रही और एक समय यह 80,390.37 अंक के निचले स्तर तक आ गया था।

हालांकि, टीसीएस, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा जैसे आईटी शेयरों तथा सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज में लिवाली से सूचकांक दोपहर के कारोबार में नुकसान से उबर गया। एक समय यह 806 अंक यानी 0.99 प्रतिशत की बढ़त के साथ नये रिकॉर्ड स्तर 81,522.55 अंक तक चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती नुकसान से उबरते हुए 187.85 अंक यानी 0.76 प्रतिशत चढ़कर 24,800.85 के नये शिखर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 224.75 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 24,837.75 अंक तक चला गया था।

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फास्टैग नहीं होने पर NHAI वसूलेगा दोगुना टोल शुल्क

राष्ट्रीय राजमार्गों पर लोगों को वाहन के विंडस्क्रीन पर जानबूझकर फास्टैग न लगाने से रोकने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) कई कदम उठा रहा है। गुरुवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, एनएचएआई ने ऐसे वाहनों से दोगुना टोल वसूलने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। ऐसे वाहन जिनमें अंदर से सामने की विंडशील्ड पर फास्टैग नहीं लगा होगा, और वे टोल लेन में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें दोगुना टोल देना होगा।

एनएचएआई ने कहा कि विंडस्क्रीन पर जानबूझकर फास्टैग न लगाने से टोल प्लाजा पर अनावश्यक देरी होती है, जिससे अन्य वाहनों को असुविधा होती है। एनएचएआई ने कहा, “सभी उपयोगकर्ता शुल्क संग्रह एजेंसियों और रियायतियों को विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की गई है, ताकि सामने की विंडशील्ड पर फास्टैग न लगाए जाने की स्थिति में दोगुना उपयोगकर्ता शुल्क वसूला जा सके।” बयान के अनुसार, यह सूचना सभी टोल प्लाजा पर भी प्रमुखता से प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें लोगों को विंडशील्ड पर फास्टैग लगाए बिना टोल लेन में प्रवेश करने पर लगने वाले जुर्माने के बारे में जानकारी दी जाएगी।

बयान में कहा गया है कि टोल प्लाजा पर वाहन पंजीकरण संख्या (वीआरएन) के साथ सीसीटीवी फुटेज को गैर-फास्टैग मामलों में दर्ज किया जाएगा। इससे शुल्क वसूले जाने और टोल लेन में वाहन की मौजूदगी के बारे में उचित रिकॉर्ड बनाए रखने में मदद मिलेगी। बयान में कहा गया है कि कोई भी फास्टैग जो मानक प्रक्रिया के अनुसार निर्दिष्ट वाहन पर नहीं लगाया गया है, वह शुल्क प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (ईटीसी) लेनदेन करने का हकदार नहीं है और उसे दोगुना टोल शुल्क देना होगा और साथ ही उसे काली सूची में भी डाला जा सकता है। एनएसएआई ने कहा कि जारीकर्ता बैंकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे विभिन्न बिक्री केंद्रों (पीओएस) से फास्टैग जारी करते समय निर्दिष्ट वाहन के सामने के विंडशील्ड पर फास्टैग लगाना सुनिश्चित करें।

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बायजू ने दिवाला कार्यवाही शुरू करने के आदेश को NCLAT में दी चुनौती

संकटग्रस्त शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के हालिया आदेश के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) का रुख किया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। एनसीएलटी ने कंपनी के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की याचिका को अनुमति दी थी। सूत्रों ने बताया कि कंपनी इस मामले पर तत्काल सुनवाई चाहती है। हालांकि, बायजू ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

सूत्रों के अनुसार, बायजू ने बृहस्पतिवार को एनसीएलएटी का रुख किया, जिसमें एनसीएलटी की बेंगलुरु पीठ के हालिया आदेश को चुनौती दी गई। एनसीएलटी ने आदेश में बायजू के 158.9 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने में विफल रहने के बाद मूल कंपनी थिंक एंड लर्न के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने की क्रिकेट बोर्ड की याचिका को स्वीकार कर लिया था। बायजू के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बायजू रवींद्रन समाधान पेशेवर को रिपोर्ट करेंगे। एनसीएलटी ने पंकज श्रीवास्तव को अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त किया है।

बायजू ने पहले भारतीय क्रिकेट टीम को प्रायोजित किया था। इसी सप्ताह बायजू ने कहा था कि उसे बीसीसीआई के साथ ‘सौहार्दपूर्ण समझौते’ पर पहुंचने की उम्मीद है। बायजू का मूल्यांकन कभी 22 अरब डॉलर था, लेकिन कोविड महामारी के दौरान प्रतिबंधों में ढील के बाद स्कूलों को फिर से खोलने से इसके मूल्यांकन में गिरावट आई। कंपनी की मुश्किलें तब शुरू हुईं जब दो साल पहले वह वित्तीय रिपोर्टिंग की समयसीमा से चूक गई और आय अनुमान से 50 प्रतिशत से अधिक पीछे रह गई।

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प्राकृतिक गैस की खपत जून में सालाना आधार पर 7.1 प्रतिशत बढ़ी

घरेलू स्तर पर प्राकृतिक गैस की खपत में सालाना आधार पर 7.1 प्रतिशत की बढ़त जून में देखने को मिली है। इस कारण प्राकृतिक गैस आयात में भी 11.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। जून में प्राकृतिक गैस की खपत 5,594 मिलियन मैट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एमएमएससीएम) थी, जिसमें से 2,648 एमएमएससीएम का आयात किया गया और 2,993 एमएमएससीएम का घरेलू स्तर पर उत्पादन किया गया। अप्रैल से जून तिमाही में प्राकृतिक गैस की खपत में सालाना आधार पर 3.8 प्रतिशत की बढ़त हुई है। वहीं, घरेलू स्तर पर उत्पादन में 5.7 प्रतिशत और आयात में 0.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एलएनजी की कीमत बीते चार महीने में 50 प्रतिशत तक बढ़ गई है।

जापान कोरिया मार्कर (जेकेएम) जो कि एशिया में एलएनजी का बेंचमार्क है, वहां जून में औसत प्राकृतिक गैस की कीमत 12.6 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू रही है। रिफाइंड प्रोडक्ट्स की खपत 2.6 प्रतिशत बढ़कर 20 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) हो गई है। एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) की मांग में 11.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पेट्रोल की मांग 7 प्रतिशत, डीजल की मांग 1.6 प्रतिशत और लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) की मांग में 5 प्रतिशत की बढ़त हुई है। कच्चे तेल के आयात में सालाना आधार पर 5.6 प्रतिशत की कमी आई है और जून में यह 18.5 एमएमटी रहा है। हालांकि, कीमत अधिक होने के कारण आयात बिल 11 प्रतिशत बढ़कर 11.11 बिलियन अरब डॉलर हो गया है। कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की औसत कीमत जून में 82.61 डॉलर प्रति बैरल रही है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 74.70 डॉलर प्रति बैरल थी।

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LIC के शेयर ने एक साल में दिया करीब 80 प्रतिशत का रिटर्न

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एलआईसी) के शेयर में बीते एक वर्ष में बंपर 78 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। शेयर में तेजी की वजह सरकारी शेयरों की तरफ निवेशकों के रुझान और कंपनी के प्रदर्शन को माना जा रहा है। शेयर की कीमत गुरुवार दोपहर 12:30 बजे 1,101 रुपये थी, जो कि 18 जुलाई, 2023 को 620 रुपये थी। एलआईसी का प्रदर्शन बीते एक वर्ष में काफी अच्छा रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय 8.46 लाख करोड़ रुपये रही, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में 7.84 लाख करोड़ रुपये थी। इस दौरान कंपनी का मुनाफा 35,997 करोड़ रुपये से बढ़कर 40,885 करोड़ रुपये हो गया।

अन्य इंश्योरेंस सेक्टर के शेयरों की बात करें तो एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस ने करीब दो प्रतिशत का नकारात्मक रिटर्न दिया है। बीते एक वर्ष में एचडीएफसी ग्रुप की लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के शेयर की कीमत 656 रुपये से घटकर 645 रुपये रह गई है। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने पिछले एक वर्ष में करीब 24 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसके शेयर का भाव 1628 रुपये है, जो कि 18 जुलाई, 2023 को 1,314 रुपये था। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के शेयर ने बीते एक वर्ष में 12 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। 18 जुलाई, 2024 को इसके शेयर का भाव 642 रुपये पर था जो कि 18 जुलाई, 2023 को 574 रुपये पर था। पिछले एक वर्ष में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के बेंचमार्क निफ्टी ने 24 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न निवेशकों को दिया है। इस वर्ष की शुरुआत से अब तक निफ्टी 13 प्रतिशत, बीते छह महीने में 14 प्रतिशत और पिछले एक महीने में 4.40 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को दे चुका है।

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