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अर्थ जगत की खबरें: टाटा ग्रुप के बड़े अधिकारियों की सैलरी में होगी कटौती, खुदरा कारोबार को 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान

टाटा ग्रुप के इतिहास में पहली बार टाटा संस के चेयरमैन समेत दूसरे बड़े अधिकारियों की सैलरी में कटौती होगी। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(सीएआईटी) ने कहा है कि पिछले 60 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारत के खुदरा कारोबार को लगभग 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

फोटो: IANS
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कोरोना का असर, टाटा ग्रुप के बड़े अधिकारियों की सैलरी में होगी कटौती

टाटा ग्रुप के इतिहास में पहली बार टाटा संस के चेयरमैन समेत दूसरे बड़े अधिकारियों की सैलरी में कटौती होगी। टाटा संस के चेयरमैन और ग्रुप की दूसरी कंपनियों के CEOs ने अपनी सैलरी में करीब 20 फीसदी की कटौती का फैसला लिया है।

दरअसल, लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां थम गई हैं। जिसका हर तरह के कारोबार पर असर पड़ा है। इसी कड़ी में अब टाटा ग्रुप ने अपने बड़े अधिकारियों की सैलरी कटौती का फैसला लिया है।

इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले की जानकारी रखने वालों का कहना है कि बड़े अधिकारियों की सैलरी काटने का मकसद संस्थान और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करना और कारोबार को मजबूत रखना है।

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रियलमी ने भारत में किफायती स्मार्ट टीवी लॉन्च किए, कीमत 12999 रुपये

स्मार्टफोन निर्माता कंपनी रियलमी ने सोमवार को भारतीय बाजार में पहली बार अपनी स्मार्ट टीवी सीरीज लॉन्च की है। स्मार्ट टीवी की शुरुआती कीमत 12999 रुपये रखी गई है। इसके साथ ही कंपनी ने स्मार्ट वॉच भी लॉन्च की है। मार्केट लीडर श्याओमी को कड़ी टक्कर देते हुए चीनी स्मार्टफोन ब्रांड ने दो रियलमी स्मार्ट टीवी लॉन्च किए हैं। कंपनी ने मीडियाटेक 64-बिट क्वाड-कोर प्रोसेसर और डॉल्बी ऑडियो-सर्टिफाइड 24 वॉट क्वाड स्टीरियो स्पीकर के साथ संचालित स्मार्ट टीवी बाजार में उतारे हैं। 32 इंच के टीवी के लिए 12,999 रुपये और 43 इंच के मॉडल के लिए 21,999 रुपये कीमत रखी गई है। दोनों मॉडल की बिक्री रियलमी डॉट कॉम और फ्लिपकार्ट पर दो जून से शुरू हो जाएगी।

वहीं 3,999 रुपये की कीमत वाली रियलमी वॉच की बिक्री पांच जून से शुरू होगी। इसमें 1.4 इंच कलर टचस्क्रीन, रियल-टाइम हार्ट रेट मॉनिटर और एसपीओ2 (ब्लड-ऑक्सीजन लेवल) मॉनिटर जैसे शानदार फीचर्स दिए गए हैं।

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घरेलू उड़ान सेवा बहाल, 80 से अधिक उड़ानें रद्द होने से यात्री परेशान

कोरोनावायरस के कारण लागू राष्ट्रव्यापी बंद के बाद करीब दो महीने से निलंबित उड़ान सेवा सोमवार से एक बार फिर शुरू हो गई। मगर पहले ही दिन 80 से अधिक उड़ानें रद्द हो गई, जिसके बाद दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर यात्री काफी परेशान दिखे।

कई राज्यों ने हवाई परिचालन को सीमित कर दिया, जिससे इस तरह की स्थिति बन गई। दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे से दोपहर एक बजे तक लगभग 82 उड़ानें रद्द कर दी गईं।

उद्योग के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, इस हवाई अड्डे से 118 आगमन (आने वाले) और 125 प्रस्थान (जाने वाली) उड़ानें संचालित की जानी हैं।

इसी तरह मुंबई के सीएसएमआईए में 24 आगमन और 23 प्रस्थान की उड़ानें संचालित होनी हैं। हवाई अड्डे से मूल रूप से 100 से अधिक उड़ानें शुरू करने के लिए कार्यक्रम निर्धारित था, मगर राज्य सरकार ने रविवार को इस संख्या को 25 तक सीमित कर दिया।

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ईद के अवकाश पर शेयर बाजार में सोमवार को कारोबार बंद

ईद पर्व का अवकाश होने के कारण शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार, कमोडिटी वायदा बाजार और मुद्रा बाजार में कारोबार बंद है। अगले दिन मंगलवार से फिर भारतीय शेयर बाजार और मुदरा बाजार में नियमित कारोबार चलेगा। सोमवार को देशभर में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जा रहा है।

पिछले सत्र में शुक्रवार को बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 260.31 अंकों यानी 0.84 फीसदी से गिरावट के साथ 30,672.59 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 67 अंकों यानी 0.74 फीसदी की गिरावट के साथ 9,039.25 पर बंद हुआ।

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पिछले 60 दिनों में खुदरा कारोबार को 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान : सीएआईटी

कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(सीएआईटी) ने कहा है कि पिछले 60 दिनों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारत के खुदरा कारोबार को लगभग 9 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

कारोबारियों की इस संस्था ने एक बयान में यह भी कहा कि पिछले सप्ताह सोमवार को प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद से मात्र लगभग पांच प्रतिशत कारोबार ही शुरू हो सका और आठ प्रतिशत श्रमशक्ति ही काम पर लौैट पाया।

बयान में आगे कहा गया है कि व्यापार में नुकसान के कारण केंद्र और राज्य सरकारों को भी जीएसटी के रूप में लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

बयान में कहा गया है, "देश भर के कारोबारी गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं और सरकार की तरफ से किसी नीतिगत समर्थन के बगैर वे अपने कारोबार के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।"

बयान में आगे कहा गया है कि लगभग पांच लाख बाहर के कारोबारी दिल्ली के थोक बाजारों में सामान खरीदने आते थे, लेकिन परिवहन का साधन बंद होने के कारण दिल्ली के थोक बाजार बीरान हैं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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