उत्तर प्रदेश के मेरठ के सरधना कस्बे का पीरजादगान मोहल्ला आज सुबह जबर्दस्त धमाकों से थर्रा उठा। यहां के एक मकान में अज्ञात कारणों से हुआ जबर्दस्त विस्फोट इतना खतरनाक था कि आसपास के आधा दर्जन मकान मलबे के ढेर में बदल गए और कई घरों की छत उड़ गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जन भर लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद आसापास के लोगों ने घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
Published: 29 Oct 2020, 5:42 PM IST
सरधना में आज सुबह साढ़े 9 बजे हुए इस भीषण हादसे में मरने वालों में कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष रहे आसिम खान भी हैं। वहीं उनके पारिवारिक भाई मोहम्मद कासिम की भी इस धमाके में मौत हो गई है। वहीं मौके पर पहुंचे एसडीएम अमित भारतीय ने बताया कि हादसे में कम से कम एक दर्जन लोग घायल हुए हैं। घायलों में चार महिलाएं भी हैं और उनकी हालत काफी नाजुक है। एसडीएम के मुताबिक विस्फोट इतना तगड़ा था कि 6 घरों की छत गिर गई। विस्फोट के बाद घंटों की मशक्कत के बाद कुछ लोगों को बचाया गया, इनमें बच्चे भी हैं।
Published: 29 Oct 2020, 5:42 PM IST
यह विस्फोट सरधना के बेहद घनी आबादी वाले मोहल्ले में हुआ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह विस्फोट गैस सिलेंडर में हुआ। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि दीपावली के लिए बने पटाखों में लगी आग सिलेंडर ने पकड़ ली। बताया जा रहा है कि इस मोहल्ले में कुछ घरों में पटाखे बनाने का काम होता रहा है। और अभी एक घर में आने वाली दिवाली के लिए बड़े पैमाने पर बनाए जा रहे पटाखों के बारूद में आग लगने से रसोई में रखे सिलेंडर में विस्फोट हुआ और उसके बाद मकान की छत उड़ गई।
Published: 29 Oct 2020, 5:42 PM IST
स्थानीय नागरिक अहमद हुसैन के मुताबिक पड़ोस के चार से पांच घरों की छत गिर गई। एक मकान की छत पर कुछ बच्चे ट्यूशन पढ़ रहे थे। वो नीचे गिर गए और मलबे में दब गए। काफी मशक्कत के बाद उन्हें निकाला गया। एक अन्य स्थानीय निवासी तौसीफ अहमद के मुताबिक यहां दिवाली के आसपास बड़े पैमाने पर पटाखे बनाने का काम होता है। लेकिन इनके भंडारण के लिए शहर से बाहर एक अलग जगह निर्धारित की जाती है। पुलिस-प्रशासन के ढीले-ढाले रवैये के चलते इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
Published: 29 Oct 2020, 5:42 PM IST
इससे पहले इसी महीने की 18 तारीख को आगरा के शाहगंज इलाके में पटाखों में एक भारी विस्फोट हुआ था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। तब भी घर के अंदर ही पटाखों का भंडारण किया गया था। खास बात यह है कि यहां भी पटाखों में आग लगने के बाद गैस सिलेंडर फट गया था, जिसके बाद इतना बड़ा धमाका हुआ। सरधना और आगरा के धमाके में काफी समानता है। जाहिर है दोनों जगह पर पटाखों का अवैध भंडारण किया गया था, मगर पुलिस की नाक के नीचे हुए इस जान जोखिम में डालने वाले काम को चंद सिक्कों की खनक के आगे रोकने की कोशिश नहीं गई।
Published: 29 Oct 2020, 5:42 PM IST
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Published: 29 Oct 2020, 5:42 PM IST