श्रद्धा हत्या केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में एक और खुलासा हुआ है। खुलासा हुआ है कि ठीक दो साल पहले 23 नवंबर, 2020 को, श्रद्धा वाल्कर ने पालघर के तुलिंज पुलिस स्टेशन में अपने लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला से मिलने वाली धमकियों और कैसे उसने 'उसे मारने और टुकड़े-टुकड़े करने' की धमकी दी थी, उसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
पत्र, जो अभी सामने आया है, पुलिस द्वारा विधिवत स्वीकार किया गया था, लेकिन यह ज्ञात नहीं है कि मामले में आगे कोई कार्रवाई हुई या नहीं। अपनी शिकायत में, वह हताश लग रही थी और उसने कहा था कि आफताब उसे पीटता है, उसे ब्लैकमेल करता है और उसे जान से मारने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी दे रहा है। लगभग दो साल बाद, श्रद्धा का सबसे बुरा डर सच हो गया जब आफताब को दिल्ली में उसकी हत्या करने और उसके कई टुकड़े करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
Published: undefined
उधर, दिल्ली पुलिस लगातार हत्याकांड से जुड़े सबूत इकट्ठा करे में जुटी हुई है। इस बीच रोहिणी फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में आरोपी आफताब पूनावाला के पॉलीग्राफ टेस्ट की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पुलिस के अनुसार, आफताब लगातार बयान बदल रहा है।
एक तरफ पुलिस जहां सूबत इकट्ठा कर आरोपी आफताब को घेर रही है, वहीं दूसरी तरफ आफताब चालें चल रह है। इससे पहले 22 नवंबर को साकेत कोर्ट में पेशी के दौरान आफताब ने कोर्ट से कहा था कि घटना को याद करने में उसे कठिनाई हो रही है। यह सोचने वाली बात है कि जिस शख्स ने श्रद्धा के शव को टुकड़े-टुकड़े करके ठिकाने लगा दिए उसे घटना को याद करने में कठिनाई हो रही है!
Published: undefined
कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी आफताब ने यह भी कहा था यह घटना उससे आवेश में हुई। श्रद्धा की हत्या को आफताब ने किस तरह से अंजाम दिया। यह बात जांच में सामने आ चुकी है। कोर्ट से उसने यह भी कहा था कि वह जांच में पुलिस का सहयोग कर रहा है।
कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपी आफताब ने यह भी कहा था यह घटना उससे आवेश में हुई। श्रद्धा की हत्या को आफताब ने किस तरह से अंजाम दिया। यह बात जांच में सामने आ चुकी है। कोर्ट से उसने यह भी कहा था कि वह जांच में पुलिस का सहयोग कर रहा है।
आफताब पूनावाला श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या करने और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने का आरोप है। आफताब पर यह भी आरोप है कि उसने शरीर के कटे हुए हिस्सों को दक्षिणी दिल्ली के छतरपुर के जंगलों में फेंकने से पहले कई दिनों तक फ्रिज में रखा था।
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined