बॉलीवुड की मशहूर ब्लॉकबस्टर फिल्म 'शोले' ने गुरुवार को अपनी रिलीज के 44 साल पूरे कर लिए हैं और इस मौके पर फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी इस बात से बेहद खुश हैं कि 'शोले' को हर पीढ़ी का प्यार मिला। सिप्पी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए कहा, "यह जानकर अच्छा लगता है कि 44 सालों के बाद भी 'शोले' को हर पीढ़ी द्वारा प्यार किया जाता है और इसे देखा जाता है! मैं धन्य हूं!"
'शोले' 15 अगस्त, 1975 को रिलीज हुई थी। फिल्म की कहानी जय और वीरू (अमिताभ बच्चन और धमेंद्र) नामक दो बदमाशों पर आधारित थी जिनका उपयोग एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी (संजीव कुमार) द्वारा डाकू गब्बर सिंह (अमजद खान) को पकड़ने के लिए किया जाता है। फिल्म में हेमा मालिनी और जया बच्चन भी थीं। फिल्म में आर.डी.बर्मन का म्यूजिक था।
Published: undefined
'शोले' को बॉलीवुड में अब तक बनी सबसे शानदार फिल्मों में से एक करार दिया जाता है। ब्रिटिश फिल्म इंस्टीट्यूट में साल 2002 में अब तक की 'टॉप 10 इंडियन फिल्म्स' के चुनाव में 'शोले' को पहला स्थान हासिल हुआ था।
Published: undefined
Published: undefined
देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस पर कंगना ने अपने प्रशंसकों को शुभकामनाएं दीं और राष्ट्र की विविधता पर सबको गर्व करने और व्यक्तिगत पहचान में न उलझने का आग्रह किया जैसे कि "मैं औरत हूं, मैं आदमी हूं या मैं समलैंगिक हूं।" कंगना की बहन ने ट्विटर पर कंगना के वीडियो मैसेज को साझा कि या।
वीडियो की शुरुआत में कंगना ने सबको स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और इसके बाद कंगना ने देश की जनता से स्वाभिमानी बनने और खोए हुए आत्मविश्वास को जगाने का आग्रह किया।
Published: undefined
वीडियो में कंगना ने कहा, "हम आज भी अपने व्यक्तिगत पहचानों में फंसे हुए हैं। हम महिला सशक्तिकरण या मानव अधिकार की बात करते हैं, हम कहते हैं कि यह पुरूष है यह महिला है या यह गे है, वह छोटे शहर से है, वह साउथ इंडिया से है, वह नॉर्थ इंडिया से है, या वह हिंदू है या मुसलमान है, इन सारी पर्सनल आइडेनटिटीज में हम फंस चुके हैं।"
कंगना ने आगे कहा, "आइए इस स्वतंत्रता दिवस पर हम प्रतिज्ञा करते हैं कि हमारी केवल एक ही पहचान होगी और वह ये कि हम भारतीय हैं।"
Published: undefined
कंगना ने इस पर भी बात की कि हमें किन चीजों पर काम करने की आवश्यकता है ।
कंगना के मुताबिक, "चीजें जो देश के भविष्य को आकार प्रदान करेगी। स्वच्छता बहुत जरूरी है और सुरक्षा भी। मुझे उम्मीद है कि हम अधिक से अधिक वृक्षारोपण करेंगे और आज प्लास्टिक एक बुराई बन चुकी है.."
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
Published: undefined
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: undefined