सिनेमा

स्वतंत्रता का अर्थ: बॉलीवुड हस्तियों की नजर में भारत के मुद्दे

बॉलीवुड के अभिनेताओं, गायकों और निर्देशकों की नजर में भारत की राजनीतिक स्वतंत्रता के क्या मायने हैं? स्वतंत्र भारत की स्वतंत्रता और आकांक्षा को लेकर उनकी सोच क्या है? कई प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों ने इस सबको लेकर नवजीवन से अपनी राय साझा की।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया बॉलीवुड हस्तियों की नजर में आजादी के मायने

भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में कई सांस्कृतिक और कलात्मक आंदोलनों ने उल्लेखनीय योगदान दिया था। वे आंदोलन सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता फैलाने में काफी प्रभावी थे। हर रचनात्मक व्यक्ति का आजादी को लेकर अपना विचार है और वे अपनी तरह से इसका बहुत सम्मान करते हैं। बॉलीवुड के अभिनेताओं, गायकों और निर्देशकों की नजर में भारत की राजनीतिक स्वतंत्रता के क्या मायने हैं? स्वतंत्र भारत की स्वतंत्रता और आकांक्षा को लेकर उनकी सोच क्या है? कई प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों ने इस सबको लेकर नवजीवन से अपनी राय साझा की।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

शबाना आजमी,

अभिनेत्री

मेरे लिए आजादी सबकुछ है। लेकिन मैं इस तथ्य को गहराई से समझती हूं कि आजादी के साथ जिम्मेदारी भीहोनी चाहिए। यह सिर्फ अधिकारों के बारे में नहीं है बल्कि कर्तव्यों के बारे में भी है। यह हमारे संविधान में निहित मूल्यों को कायम रखने और समावेशिता और विविधता को अपनाने के बारे में भी है। मैं उन सभी नेताओं और आम लोगों को सलाम करती हूं जिन्होंने मार्ग प्रशस्त किया ताकि हम स्वतंत्र रूप से चल सकें। हिंसा की धमकी महिलाओं को उन स्वतंत्रताओं का आनंद लेने से दूर करने का एक साधन है जो वास्तव में उनके हैं। हमें पुरुषवादी धारणाओं पर फिर से विचार करने और सवाल करने की जरूरत है कि यह शक्ति का उपयोग करने और मांसपेशियों को फड़फड़ाने के बारे में क्यों है। ऊर्जा का निवेश करुणा, सम्मान और समानता में क्यों नहीं किया जाता है? दिन के अंत में, समाज के सभी वर्गों को कुछ आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और इस बात की जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि किस तरह हम अपनी ओर से इस मानसिकता को बदलने में मदद कर सकते हैं जो नारी द्वेषी है।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

लता मंगेशकर,

महान गायिका

70 सालों में भारत एक लंबा सफर तय कर चुका है। संचार अब सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर है। विडंबना यह है कि जब संचार बहुत कठिन हुआ करता था, तब हम एक-दूसरे के बहुत करीब हुआ करते थे। एक समय था जब हम किसी प्रियजन से ट्रंककॉल पर बात करने के प्रयासमें घंटों खर्च कर देते थे। आज, एक व्हाट्सएप संदेश भेजना मुश्किल है, क्योंकि हमारे पास समय नहीं है। आजादी एक सोच है जिसे हम भारतीय सही तरीके से समझ नहीं पाए। आजादी का सही मतलब सिर्फ हम क्या खाते हैं या पहनते हैं या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकारनहीं है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता उन लोगों को गाली देने की आजादी नहीं है, जो आपसे सहमत नहीं हैं। यह पूर्वाग्रह और असहिष्णुता से मुक्त होने के बारे में भी है। हमारे देश में अभी मानवतवाद बहत कम हो गई है।मेरे लिए, आजादी का मतलब मैं कौन हूं और दूसरों के समान अधिकारों को नुकसान पहुंचाए बिना मैं क्या हूं। मेरे लिए, आजादी का मतलब दूसरों के समान अधिकारों को नुकसान पहुंचाए बिना मैं क्या हूं और मैं कौन हूं होने का अधिकार है। वन्दे मातरम।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

नवाजुद्दीन सिद्दीकी

अभिनेता

आजादी का मतलब पूर्वाग्रहों से आजादी है। आजादी का मतलब त्वचा के रंग या धार्मिक मान्यताओं के आधार पर लोगों को आंकने से स्वतंत्रता है। स्वतंत्रता सिर्फ किसी व्यक्ति के अधिकारों के बारे में नहीं है। हर किसी की आजादी का अधिकार उतना ही महत्वपूर्ण है। अगर आप अपनी स्वतंत्रता के प्रति सचेत हैं, तो आपको दूसरों की आजादी का भी सम्मान करना चाहिए। आपको अगर अपनी आजादी प्यारी है तो दूसरेलोगों को भी ये हक होना चाहिए। एक अभिनेता के रूप में, मैंने अपनीअभिव्यक्ति की आजादी का पूरी तरह से प्रयोग किया है। मुझे कभी ऐसा कोई किरदार करने से डर नहीं लगा,जो मेरी छवि को नुकसान पहुंचा सकता हो, क्योंकि मैं किसी छवि में विश्वास नहीं करता हूं। तो हां, एक अभिनेता के रूप में मेरी अभिव्यक्ति की आजादी बिकाऊ नहीं है।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

फरहान अख्तर

अभिनेता, निर्देशक

मेरे लिए आजादी का अर्थ मनोदशा और पूर्वाग्रहों को प्रभावित करने के लिए अपनी आवाज का उपयोग करने की आजादी है। यह कहना पर्याप्त नहीं है कि कोई यहां सिर्फ मनोरंजन करने के लिए है,समाज सुधार के लिए नहीं है। यह सिर्फ एक पलायनवादी रवैया है। लोकप्रियता के साथ जिम्मेदारी भी होती है। हालांकि, मैं वास्तव में इस बात पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा,कि दूसरे क्या करते हैं या उन्हें क्या करना चाहिए। मैं सिर्फ अपने बारे में बात कर सकता हूं। मेरे लिए, अभिनेता, फिल्म निर्माता और गायक के रूप में काम करते समय सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिक होना बहुत महत्वपूर्ण है। अपने आप में सबसे अच्छा इंसान बनने की कोशिश करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप वैसा बनने या करने की कोशिश करते हैं जो आप नहीं हैं। गलतियां सबसे होती हैं। मुझे पूरा यकीन है कि मैंने गलतियों का अपना हिस्सा पूरा कर दिया है। लेकिन कोशिश करना और सही चीज करना महत्वपूर्ण है। याद रखें कि लोगों की निगाहें हर समय हमारे ऊपर हैं। इसलिए जितना संभव हो सके अपने सबसे अच्छे व्यवहार पर रहने की कोशिश करें। एक आदमी हमेशा सफल नहीं हो सकता है। लेकिन सही काम करने के ईमानदार प्रयास के पक्ष में बहुत कुछ कहा जाना बाकी है।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

मनोज मुन्तशिर

गीतकार, पटकथा लेखक

यहां तक कि अगर हमारे पैरों के चारों तरफ चुनौतियों की बेड़ियां हों, तो भी हमें नृत्य करना बंद नहीं करना चाहिए। मेरे लिए, यही सच्ची आजादी है। हमें आजादी के साथ स्वतंत्रता को मिलाकर भ्रमित नहीं होना चाहिए, ये काफी अलग हैं। हम संवैधानिक रूप से स्वतंत्र हैं, लेकिन पूर्ण स्वतंत्रता तब तक नहीं हो सकती है जब तक हम अपने बुनियादी अधिकारों के लिए किसी व्यक्ति और चीज पर निर्भर हों। मैं पूरे मन के साथ तभी आजादी का जश्न मनाऊंगा, जब मेरे देश में एक भी बच्चा ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं मरेगा। जय हिन्द।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

राजकुमार राव

अभिनेता

स्वतंत्रता दिवस इस बात का एक स्मरण पत्र है कि कैसे हमारे पूर्वजों ने हमारे भविष्य के लिए लड़ाई लड़ी और अपने वर्तमान का बलिदान दे दिया। चलो इस बहुमूल्य आजादी का सबसे अधिक उपयोग करते हैं और अपने देश को आगे ले जाते हैं।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

प्रीतीश नंदी

फिल्म निर्माता, लेखक

आजादी। एक ऐसी दुनिया में खुद के होने की आजादी जो मुझे एक शून्य, एक अंक, या एक आधार कार्ड बनाने की लगातार कोशिश कर रहा है।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

फिरोज अब्बास खान

थियेटर और फिल्म निर्देशक, लेखक

इसका मतलब गर्व और प्रतिबिंब है। एक सभ्यता का अपनी संभावनाओं को समझने और अपनी नियति को पूरा करने के लिए स्थिर होना है। उन सभी का स्मारक पत्र जिनके लिए अस्तित्व और गरिमा एक निरंतर समझौता है।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

मनोज तिवारी

गायक, अभिनेता और सांसद

मेरे लिए स्वतंत्रता दिवस एक अवसर है जब हम भारतीयों को हमारे दिमाग, शरीर और विचारों में देशभक्ति की गहरी भावना महसूस होती है। यह एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह सभी भारतीयों को एकता के विचारों से भर देता है। मेरे लिए आजादी का अर्थ एक अभिनेता और राजनेता के रूप में अपनी स्थिति का उपयोग करने की आजादी है, जिससेवंचित लोगों को शिक्षित, सूचित और उनके जीवन को सुधारा जा सके, जैसा अक्षय कुमार अपनी फिल्मों के माध्यम से कर रहे हैं।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

कल्कि कोचलीन

थियेटर और फिल्म अभिनेत्री

मेरे लिए स्वतंत्रता दिवस का अर्थ है श्री अरबिंदो का जन्मदिन।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

राकेश ओमप्रकाश मेहरा

निर्देशक, निर्माता

मेरे लिए, आजादी एक ऐसी जगह है जहां मन किसी भय के परे हो।हमें अंधराष्ट्रीयता की देशभक्ति से बाहर निकलने और दूसरे देश को दुश्मन के रूप में देखना बंद करने की जरूरत है। मैं ये कभी नहीं समझ पाया कि देश को जनसांख्यिकी के आधार पर क्यों विभाजित होना पड़ा। कल को हमारे यहां अलग से गोरखालैंड या जाटलैंड बन सकता है, क्योंकि हमारे बहुत से लोग जनजातीय मानसिकता के आधार पर काम करते हैं। मुझे लगता है कि यह देशों के बीच राजमार्ग बनाने का समय है। यूरोप ने बहुत सारे युद्ध लड़े हैं। उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध, दूसरा विश्व युद्ध और होलोकॉस्ट देखा है। लेकिन अबयूरोप एक ही वीजा और मुद्रा के साथ एक राष्ट्र के रूप में खड़ा है। उन्होंने शांति, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और एक साथ काम करने के मूल्यों को समझ लिया है। मैं ऐसी फिल्म कभी नहीं करूंगा जो मेरी सोच,मेरे विचारोंऔर विचारधारा को अभिव्यक्त न करे। मेरे लिए फिल्म बनाने के दौरान अपने विवेक को काफी गंभीरता से लेना महत्वपूर्ण है। मैं जिन परियोजनाओं को करता हूं, उनसे भावनात्मक रूप से बहुत ज्यादा जुड़ जाता हूं। मेरे लिए, रंग दे बसंती, दिल्ली 6 और भाग मिल्खा भाग एक त्रयी का हिस्सा हैं। वे सभी बहुत व्यक्तिगत अभिव्यक्ति हैं। रंग दे बसंती में भ्रष्टाचार के मुद्दे और युवाओं की भागीदारी पर बात की गई है। यह कोई नया विचार नहीं था, लेकिन वास्तविक था।

यह कोई नया विचार नहीं था, लेकिन वास्तविक था। और सच्चे विचार शाश्वत हैं। दिल्ली 6 दिल्ली में बचपन को समाहित करती है। मैंने फिल्म में एक बच्चे के दृष्टिकोण से सबकुछ देखा है। फार्मूला जैसी कोई चीज नहीं होती है। सिर्फ अच्छी और बुरी फिल्में होती हैं। इतने सारे खेल नायकों पर फिल्में बनना कितना अद्भुत है! इनमें मानवीय कोण खोजा जाना चाहिए। मेरे लिए, भाग मिल्खा भाग के साथ जुड़ने की वजह मिल्खाजी का खोया बचपन था। जब भी मैं दूसरे विश्व युद्ध पर पश्चिमी फिल्म निर्माताओं की बनाई फिल्मों को देखता हूं, तो मुझे आश्चर्य होता है कि आखिर क्यों हम विभाजन पर उसी तरह की फिल्म नहीं बनाते हैं। सैद्धांतिक रूप में मैं विभाजन और होलोकॉस्ट को एक जैसा देखता हूं। इन रक्तपातों में सबसे ज्यादा पीड़ित बच्चे हुए थे।मिल्खाजी की कहानी और इसकी विभाजन के दौरान की पीड़ा की शैली कहीं पर पूरे वैश्विक समुदाय से जुड़ती है। यही कारण है कि भाग मिल्खा भाग देखने के बाद कार्ल लुईस मिल्खा जी से मिलने पहुंचे। पूरी दुनिया में पीड़ित अल्पसंख्यक और जातीय समुदाय हैं।

Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

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Published: 15 Aug 2018, 6:20 PM IST

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