हिंदी के वरिष्ठ कथाकार संजीव को इस वर्ष का साहित्य अकादमी पुरस्कार देने का ऐलान हुआ है। संजीव को सेतु प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'मुझे पहचानो' के लिए प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना गया है। साहित्य अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने बुधवार को साहित्य अकादमी भवन में वर्ष 2023 के साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेताओं के नाम की घोषणा की। इस साल 24 भारतीय भाषाओं में 9 कविता संग्रह, 6 उपन्यास, 5 कहानी संग्रह, तीन निबंध और एक आलोचना की पुस्तक को पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है।
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सचिव के. श्रीनिवासराव ने बताया कि साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक की अध्यक्षता में कार्यकारी मंडल की बैठक में पुरस्कारों के लिए चयनित कृतियों का अनुमोदन किया गया। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा की कृतियों के लिए चयन समिति में प्रसिद्ध साहित्यकार नासिरा शर्मा, रामजी तिवारी और लीलाधर जगूड़ी शामलि थे, जिन्होंने पुरस्कार के लिए कृतियों का चयन किया।
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संजीव के उपन्यास के अलावा अंग्रेजी भाषा में नीलम शरण गौर के उपन्यास रेक्युम इन रागा जानकी, संस्कृत में अरुण रंजन मिश्र के कविता संग्रह शून्ये मेघगानम्, उर्दू के लिए सादिक़ा नवाब सहर के उपन्यास ‘राजदेव की अमराई’ को पुरस्कार के लिए चुना गया है। अन्य भाषाओं में डोगरी के लिए विजय वर्मा, गुजराती के लिए विनोद जोशी, कश्मीरी के लिए मंशूर बनिहाली, मणिपुरी के लिए सोरोख्खैबम गंभिनी, ओड़िया के लिए आशुतोष परिडा, पंजाबी के लिए स्वर्णजीत सवी, राजस्थानी के लिए गजेसिंह राजपुरोहित, सिंधी में विनोद आसुदानी को कविता संग्रह के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। उपन्यास के लिए बांग्ला में स्वपनमय चक्रबर्ती, मराठी में कृष्णात खोत और तमिल में राजशेखरन की कृतियों को चुना गया है।
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इसके अलावा कहानी संग्रह में असमिया भाषा में प्रणवज्योति डेका, बोडो में नंदेश्वर दैमारि, कोंकणी में प्रकाश एस. पर्येंकार, संताली के लिए तारासीन बासकी और तेलुगु के लिए टी. पतंजलि शास्त्री के संग्रह को सम्मानित किया जाएगा। निबंध में कन्नड भाषा के लिए लक्ष्मीशा तोल्पडि, मैथिली में बासुकीनाथ झा, नेपाली में युद्धवीर राणा की कृतियों का चयन हुआ है। वहीं आलोचना के लिए मलयालम में ई.वी. रामकृष्णन की कृति को साहित्य अकादमी सम्मान प्रदान करने का फैसला हुआ है।
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