हमारे घोषणापत्र के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही BJP, प्रधानमंत्री अपने पद की गरिमा भूलेः प्रियंका गांधी

उन्होंने प्रधानमंत्री पर जनता से कट जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बुनियादी सवाल इसलिए नहीं उठाए जा रहे हैं क्योंकि पिछले 10 सालों से मोदी जी की सरकार ने ऐसा कोई काम ही नहीं किया जिसके जरिए उन सवालों का जवाब दे पाएं। न तो रोजगार दिये गए, न महंगाई कम की गई।

प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी को घेरा, कहा- हमारे घोषणापत्र के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही BJP
प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी को घेरा, कहा- हमारे घोषणापत्र के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही BJP
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पीटीआई (भाषा)

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में दुष्प्रचार करने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को रायबरेली में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने पद की गरिमा की अनदेखी कर मनमानी बातें कह रहे हैं ताकि जनता का ध्यान असल मुद्दों से भटक जाए।

प्रियंका ने रायबरेली सदर विधानसभा क्षेत्र के कलसहा में पार्टी प्रत्याशी और अपने भाई राहुल गांधी के समर्थन में आयोजित 'न्याय संकल्प सभा' को संबोधित करते हुए कहा, ''चुनाव का समय है और टीवी पर हमेशा धर्म के आधार पर चर्चा होती है। कभी कहेंगे कि कांग्रेस पार्टी आपकी भैंस चुराने वाली है। कभी कहेंगे कि एक्स-रे की मशीन लाकर कांग्रेस आपके घर में घुसेगी और आपके गहने ले जाएगी। यह बात प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) कह रहे हैं। वह अपने पद की गरिमा को नहीं देख रहे हैं। जो मन में आया, वह कह रहे हैं ताकि आपका ध्यान भटक जाए।''

उन्होंने प्रधानमंत्री पर जनता से कट जाने का आरोप लगाते हुए कहा, ''बुनियादी सवाल इसलिए नहीं उठाये जा रहे हैं क्योंकि पिछले 10 सालों से मोदी जी की सरकार ने ऐसा कोई काम ही नहीं किया जिसके जरिए उन सवालों का जवाब दे पाएं।’’ केंद्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि न तो रोजगार दिये गए, न महंगाई कम की गई, न काला धन विदेश से वापस लाया गया।

प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘उन्होंने कहा था कि हर साल दो करोड़ रोजगार देंगे... लेकिन नहीं दिए। काला धन विदेश से वापस आएगा जिसमें से 15-15 लाख रुपए आपके खाते में दिए जाएंगे। यह वादा भी पूरा नहीं किया। यह जुमला था।'' प्रियंका ने कहा कि अपने जीवन में बदलाव और तरक्की लाने के लिए वह पुरानी राजनीति वापस लानी होगी जिसमें जनता को सर्वोपरि और सेवा को धर्म समझा जाता था। उन्होंने कहा ‘‘नेता को जवाबदेह बनाइये।’’


उन्होंने अपने पिता दिवंगत राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा, ''मेरे पिताजी प्रधानमंत्री थे। उनसे अमेठी की जनता कहती थी कि ‘राजीव भैया, हम प्यार तो बहुत करते हैं आपसे। आपने यह खंभा लगवा दिया लेकिन तार नहीं लगवाया। जब तक तार नहीं लगवाएंगे, तब तक वोट नहीं मिलेगा।’ नेता भी समझते थे कि जवाबदेही है तभी जनता समर्थन करेगी।''

प्रियंका ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की सारी नीतियां खरबपतियों के लिए बनी हैं। उन्होंने दावा किया कि आज देश में ऐसी एक भी नीति नहीं है जो इस समझ के साथ बनी हो कि गरीब के जीवन का संघर्ष क्या है। उन्होंने महिलाओं से कहा, ''मोदी जी कहते हैं कि हम महिलाओं को आरक्षण दे रहे हैं, लेकिन यह सब चुनावी जुमले हैं क्योंकि जो आरक्षण वह देना चाह रहे हैं वह तो अगले 10 साल में लागू ही नहीं होगा। जब महिलाओं के साथ अत्याचार होता है, चाहे हाथरस में, चाहे उन्नाव में, कर्नाटक में, चाहे मणिपुर में हो, उन पर कार्रवाई के बजाय दोषियों की रक्षा की जा रही है। हमने यह बार-बार देखा है।''

उन्होंने केंद्र की मुफ्त अनाज योजना का जिक्र करते हुए कहा कि महीने में पांच किलो के मुफ्त राशन से जनता का भविष्य नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि जनता को समझना होगा कि जो राजनीतिक दल इस तरह की नीति बनाए जिससे वह उस दल पर निर्भर रहे तो उसकी नीति ठीक नहीं है। महंगाई और बेरोजगारी को देश के सबसे बड़े मुद्दे करार देते हुए प्रियंका ने कहा कि जरूरत का हर सामान महंगा हो गया है, देश की सम्पत्ति खरबपतियों को सौंप दी गयी है, नतीजतन लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने रोजगार के जितने भी साधन थे, वह तकरीबन बंद कर दिए हैं।

रायबरेली से नेहरू-गांधी परिवार के रिश्ते का जिक्र करते हुए प्रियंका ने कहा कि 103 साल पहले अंग्रेज हुकूमत के खिलाफ किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू रायबरेली रवाना हुए थे। उनके अनुसार, खबर मिलने पर अंग्रेजों ने जगह जगह नाकाबंदी कर दी लेकिन नेहरू एक ट्रक में बकरियों के बीच छिपकर रायबरेली पहुंचे और पहली बार गिरफ्तार भी किये गये थे।


प्रियंका ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद अगर केन्द्र में कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) की सरकार आती है तो किसानों की कर्ज माफी के लिए स्थायी आयोग बनेगा ताकि जरूरत पड़ने पर, वहां जाकर किसान अपना कर्ज माफ करा सकें। उन्होंने कहा ‘‘तब खेती का सारा सामान जीएसटी मुक्त होगा। श्रमिकों के लिए पूरे देश में 400 रुपये से कम मजदूरी नहीं होगी। इसके लिए कानून बनाया जाएगा। हम एक ऐसी सरकार लाना चाहते हैं जो खरबपतियों के लिए नहीं, बल्कि आपके लिए हो।''

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